बोर्ड परीक्षा से पहले 10वीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए राहत की खबर: CBSE ने लिया ये बड़ा फैसला
भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने इस वर्ष और पिछले वर्ष की धान खरीदी और कस्टम मिलिंग को लेकर प्रश्न पूछा था। इसमें खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने उत्तर भी दिया, लेकिन 2019-20 के बचत 3 लाख 44 हजार मीट्रिक टन धान को लेकर विपक्ष के सवालों से घिर गए। विधायक चंद्राकर ने पूछा 2019-20 का चावल 31 दिसंबर के बाद एफसीआई नहीं लेती। एक साल बाद के चावल को क्या पीडीएस में खपाया जाएगा? इस पर मंत्री भगत ने कहा, सेंट्रल के नॉम्र्स के तहत ही चावल जमा होता है। इसकी स्टेट का क्वालिटी इंस्पेक्टर जांच भी करते हैं। चावल मानक अनुरुप होने पर ही जमा होता।Jobs: जल्दी ही 291 वनरक्षकों की होगी भर्ती, वन विभाग ने वित्त विभाग को भेजा प्रस्ताव
सीएम बोले- मामला उठाते हैं तो अधिकारियों पर रहता है दवाब
सत्ता और विपक्ष के विवाद के बीच मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, यह गंभीर प्रश्न है। प्रदेश चिंतित है। मुख्यमंत्री ने समर्थन मूल्य और राजीव गांधी न्याय योजना को लेकर अपनी बातों को विस्तार से रखने के बाद कहा, केंद्र सरकार की समक्ष कुछ और है, प्रदेश की स्थिति कुछ और है। गड़बड़ी करने की मंशा किसी की नहीं है। अन्नदाताओं के अन्न का सम्मान होना चाहिए। परिस्थितियां ऐसी थी कि इस प्रकार की स्थिति बनी। उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ में पुराना चावल खाने की परंपरा रही है। एफसीआई में तीन-तीन साल पुराना चावल है। उसे अभी बांट रहे हैं। आप मामला उठाते हैं तो अधिकारियों पर दवाब रहता है। इसमें राजनीति की कोई मंशा नहीं है। इस पर अलग से आधे घंटे की चर्चा की जानी चाहिए।