सहायक खाद्य नियंत्रक राजेश शुक्ला ने बताया कि फल विक्रेताओं को एक महीने से जागरूक किया जा रहा है। अब उनके खिलाफ सीधे कार्रवाई की जाएगी। विभागीय अधिकारियों के मुताबिक व्यापारी फल के ऊपर स्टीकर का इस्तेमाल प्रीमियम दिखाने या कई बार फलों के खराब हिस्सों की खामियां छिपाने के लिए करते हैं। फलों में लगे स्टीकर में कैमिकल होता है। इससे पेट व मुंह से संबंधित बीमारी होने का खतरा होता है।
मोम और रंगों के उपयोग पर भी रोक
सरकार ने फल व सब्जियों में मोम, खनिज तेल, रंगों के उपयोग पर भी रोक लगाई है। साथ ही कहा है, फलों को एसीटिलिन गैस का प्रयोग करके कृत्रिम रूप से पका कर विक्रय नहीं किया जाएगा। इसके अलावा सड़े-गले फलों और सब्जियों की ब्रिकी पर भी रोक लगी है।