भूपेश बघेल ने कहा, राजनीतिक षड़यंत्र
कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने विनोद वर्मा मामले को राजनीतिक षडयंत्र बताया। उन्होंने कहा कि विनोद वर्मा का नाम एफआईआर में नहीं था, वह नंबर भी नहीं मिला जिसपर धमकी दी गई, राशि का भी कोई पता नहीं है, आका का भी पता नहीं है। यह पुलिस की कार्रवाई प्रतीत नहीं होती है। उनका कहना था, यदि धमकी मिली है, तो वाइस सैंपल मिलाते, पहचान कराते, तब कार्रवाई करते। इधर एफआईआर हुआ और 1200 किमी दूर जाकर गिरफ्तारी हो जाती है। इसके बाद एसआईटी का गठन हो जाता है। आनन -फानन में सीबीआई जांच की घोषणा हो जाती है। ये सारी बातें राजनीतिक षडयंत्र की ओर ही इशारा करता हैं।
सिंहदेव ने बताया नैतिक जीत
कांग्रेस विधायक दल के नेता टीएस सिंहदेव ने वर्मा की जमानत को कांग्रेस की नैतिक जीत बताया है। उनका कहना था, तय समय में आरोपपत्र नहीं पेश होने से स्पष्ट है कि सरकार के पास आरोपों के कोई सबूत-गवाह नहीं है। यह राजनीतिक षड़यंत्र मात्र है। सिंहदेव ने कहा, न्याय प्रक्रिया पर उन्हें पूरा भरोसा है। उनका कहना था, इस मामले से वर्मा की छवि पर प्रतिकूल असर पड़ा है, लेकिन निकट भविष्य में इस केस जीतकर अपनी प्रतिष्ठ फिर स्थापित कर पाएंगे। उन्होंने भाजपा पर पत्रकारों के खिलाफ दमनकारी रवैया अपनाने का आरोप लगाया।
स्वागत करने आया समाज
वर्मा की जमानत मंजूर होते ही कुर्मी समाज के लोग जेल के बाहर इकट्ठा होने लगे। शाम को कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल, कांग्रेस पदाधिकारी व वर्मा के रिश्तेदार आदि भी वहां पहुंच गए। वर्मा के जेल के मुख्य द्वार से बाहर निकलते ही भूपेश ने उन्हें गले लगा लिया। मीडिया से बात करने के बाद वे भूपेश बघेल की ही गाड़ी में बैठकर उनके घर गए। वहां भी देर रात तक कांग्रेस और कुर्मी समाज के नेताओं का जमावड़ा लगा रहा।