अशोक शर्मा, अपर आयुक्त, निगम कोरबा
कोरबा नगर निगम को स्वास्थ्य विभाग ने दी थी जिम्मेदारी
रात में ठंड से ठिठुरते लोगों को बांटने दिए थे कंबल
रायपुर•Feb 23, 2020 / 08:34 pm•
ramdayal sao
अब क्या करेंगे इन कंबलों को? अफसर सोते रह गए, आ गई गर्मी…
raipur/कोरबा. रात में सडक़ों, फुटपाथ सहित अन्य जगहों पर ठंड से ठिठुरते लोगों को बांटने के लिए आए कंबल बोरों में पड़े रह गए। अफसर रात में सोते रह गए और अब ठंड गुजरने को आ गई। अब अधिकारियों को ये समझ में नहीं आ रहा है कि इन कंबलों का करें क्या?
स्वास्थ्य विभाग से नगर निगम को गरीब बेसहारा लोगों को बांटने के लिए कंबल दिए गए थे। बताया जा रहा है कि ये कंबल निगम को दिसंबर में ही मिल गए थे। आयुक्त ने कोरबा निगम के आठ जोन कमिश्नरों को कंबल बांटने के लिए निर्देशित किया था। इसके लिए जोन कमिश्नरों को रात में उठ कर क्षेत्रों में घुमना था। जहां भी लोग ठंड में ठिठुरते हुए नजर आते, उन लोगों को कंबल का वितरण करना था। आठ में से कुछ जोन कमिश्नरों ने एक-दो दिन घुमकर कंबल बांटे, लेकिन बाकि अधिकारी रात में घरों से बाहर निकल ही नहीं पाए। इधर दो माह से अधिकारियों की सुस्ती इसी तरह चलती रही और ठंड गुजरने को आ गई। वहीं कंबल निगम के साकेत में बोरों में पड़े रहे।अब अधिकारियों को ये समझ में नहीं आ रहा है कि कंबल का करें क्या?
रेलवे स्टेशन में ठंड से ठिठुर रहे लोग : एक तरफ नगर निगम के अधिकारी यह कहकर पल्ला झाड़ रहे हैं कि शहर में घुमने के बाद भी इस तरह के लोग नहीं मिले। दूसरी तरफ रेलवे स्टेशन के टिकट काउंटर के सामने हर दिन ठंड से ठिठुरते हुए लोग सो रहे हैं। इनके पास कंबल के नाम पर फटा हुए कंबल और कपड़े हैं। निगम को जरुरतमंद लोग नहीं मिल रहे हैं दूसरी तरफ हर दूसरे कदम पर ऐसे जरुरतमंद लोग रात में दिखाई पड़ते हैं।
30 बोरों में 500 से अधिक कंबल नहीं बंट सके
साकेत भवन में रखे गए 30 से अधिक बोरों मेें पांच सौ से अधिक कंबल अभी पड़े हुए हैं। हर एक बोरे में 25 से 30 कंबल रखे हुए हैं। बताया जा रहा है कि सिर्फ एक ही बोरा इसमें से खोला गया था। बाकि बोरे अब तक खोले भी नहीं जा सके हैं। अब ठंड आखिरी बेला में है, ऐसे में कंबल बांटने से निगम के कामकाज पर सवाल उठना लाजमी है। यही वजह है कि अब कंबल नहीं बांटे जा रहे हैं।