– केस 1 – ऑक्सीजन की कमी के चलते इंतकाल हुआ-
(- जैसा मृतक के दामाद उमैद खान ने बताया।)
मां सुशीला वर्मा (56 वर्षीय) ग्राम मुसुवाडीह (पलारी) की सरपंच हैं। जिससे उनका लोगों से मिलना-जुलना लगा रहता हैं। वे कोरोना के चलते हमेशा मास्क लगाए रखती हैं, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी करती हैं। सबको कोरोना गाइडलाइन का पालन करने के लिए जागरूक भी किया करती हैं। मार्च के अंत में मां की अचानक तबीयत बिगडऩे लगी। कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। ऑक्सीजन लेवल गिरने लगा तो राजधानी के करीब 8-10 बड़ों अस्पतालों में भर्ती कराने का प्रयास किया, मगर कहीं ऑक्सीजन बेड नहीं होने की बात कहकर भर्ती करने से मना कर दिया गया, कहा ऑक्सीजनयुक्त बेड नहीं है। सरकारी अस्पतालों से भी लौटा दिया गया। काफी मशक्कत के बाद एक निजी अस्पताल ने मां को भर्ती किया गया, जहां पर ऑक्सीजन उपलब्ध था। अस्पताल में 10 दिन रहने के बाद मां पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
(जैसा सुशीला वर्मा के बेटे आशीष वर्मा ने बताया।)