यासीन सिविल लाइन थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसका भाई जम्मन अली हत्या की कोशिश के मामले में करीब दो माह पहले ही जेल गया है। उसका एक अन्य भाई असरफ भी आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त रहता है। चार माह पहले यासीन जेल से छूटा था। इसके बाद से वह आउटर के इलाके में नशा और तस्करी का धंधा कर रहा था। पुलिस के जमीनी स्तर के जवानों को उसकी एक-एक गतिविधियों की जानकारी थी। इसके बावजूद उसकी गिरफ्तारी नहीं की जा रही थी। कुछ दिनों से सिविल लाइन के अपने पुराने इलाके में यासीन ने मादक पदार्थ बिक्री का धंधा शुरू कर दिया था। इसकी भनक भी पुलिस को लग गई थी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। यासीन जेल से छूटने के बाद से सिविल लाइन, पंडरी और विधानसभा इलाके में लगातार सक्रिय रहा था। कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से उसका हौसला बढ़ गया था। करीब तीन साल पहले यासीन पंडरी में हुई हत्या में भी शामिल था, लेकिन उसके खिलाफ पुलिस सबूत ढूंढ नहीं पाई थी।