यह भी पढें: छत्तीसगढ़ में गुजर गया पीक, कोरोना की रफ्तार हुई थोड़ी कम, जानिए एक्सपर्ट ने क्या कहा
आर्टिफिशियल स्वीटनर से बचे
एक्सपर्ट के मुताबिक अस्थमा के मरीजों को आर्टिफिशियल स्वीटनर के इस्तेमाल से बचना चाहिए। आमतौर पर आर्टिफिशियल स्वीटनर डाइट सोडा और जूस होता है। आर्टिफिशियल स्वीटनर एलर्जी बढ़ाने का काम करता है। अस्थमा के मरीजों को प्रोसेस्ड फूड से बचना चाहिए।
प्रोसेस्ड फूड का न करें इस्तेमाल
प्रोसेस्ड फूड की वजह से अस्थमा और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याएं और बढ़ सकती हैं। खासतौर से ये बच्चों के लिए बहुत खतरनाक है। ग्रोसरी स्टोर्स से कई ऐसे प्रोसेस्ड फूड पाए जाते हैं, जिनमें प्रिज़र्वेटीव और आर्टिफिशियल कैलोरी पाई जाती है, जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं। फास्ट फूड, डीप फ्राइड फूड, फ्रोजेन फूड और पैकेट फूड अस्थमा के लक्षणों को बढ़ाते हैं।
यह भी पढें: बड़ी राहत: 18 प्लस वाले बिना रजिस्ट्रेशन भी लगवा सकते हैं वैक्सीन, जानें कैसे
वेजिटेबल आयल बढ़ा सकती है समस्या
वेजिटेबल आयल खासतौर से प्रिज़र्वेटीव और बेनज़ुएट पाया जाता है, जो शरीर में सूजन और जलन को बढ़ाता है। अधिक तापमान पर वेजिटेबल आयल से खाना बनाने पर कई तरह से विषाक्त पदार्थ निकलते हैं, जो अस्थमा के मरीजों के लिए बहुत ही हानिकारक है। अस्थमा के मरीज जितना हो सकें तले हुए भोजन से दूरी बना लें।