अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे..
विभाग के अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहे हैं। प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत मिशन के तहत मैनपुर विकासखंड को 26 जनवरी को ही ओडीएफ घोषित किया जा चुका है और सभी ग्राम पंचायतों में शौचालय निर्माण पूर्ण होने की जानकारी आंकड़ों में दिया जाता है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। आज भी क्षेत्र के ग्राम पंचायतों में शौचालय आधा-अधूरा निर्माण कर छोड़ दिया गया है और तो और जल्द शौचालय निर्माण के लक्ष्य को पूरा करने के लिए फ्लाई ऐश ईंटों से शौचालय का निर्माण किया गया है, जो क्षेत्र में कारगर साबित नहीं हो पा रहा है।
40 प्रतिशत शौचालय अधूरे पड़े
मैनपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत मटिया के आश्रित ग्राम मुनगापदर, देबगुड़ा में 40 प्रतिशत शौचालय अधूरे पड़े हुए हैं और जो निर्माण किया गया है गुणवत्ताहीन शौचालय हवा में धराशायी हो रहा है, जबकि ग्राम पंचायत द्वारा 385 शौचालय पूर्ण होने की जानकारी दी जा चुकी है, लेकिन अधिकांश शौचालय में दरवाजा और सीट नहीं लगा है, जिसके कारण ग्रामीण इसका उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। धनोरा, सरईपानी, बिरीघाट में भी यही हाल शौचालय का देखने को मिल रहा है। ज्ञात हो कि घटिया शौचालय व हवा में धराशायी हुए शौचालय के मामले को लेकर जल्द ही क्षेत्र के कई जनप्रतिनिधि इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से करने की तैयारी कर रहे हैं।
कमलेश ध्रुव, ब्लॉक समन्वयक, स्वच्छ भारत मिशन