पांच राज्यों के 35 ट्रेनर्स को दी शून्य छाया दिवस पर जानकारी
छत्तीसगढ़ विज्ञान सभा और पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय मास्टर ट्रेनर्स की राष्ट्रीय कार्यशाला रविवि के मानव संसाधन केंद्र में आयोजित की गई। इस कार्यशाला में छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा और पश्चिम बंगाल से 35 मास्टर ट्रेनर्स शामिल हुए। वे अपने राज्यों में लोगों को शून्य छाया दिवस के घटनाक्रम से अवगत कराएंगे।
समीर धुरडे ने बताया, परछाई ना बनने के घटनाक्रम को खगोल विज्ञानी जीरो शेडो डे या शून्य छाया दिवस कहते हैं। रविवि के कुलपति प्रोफेसर केसरी लाल वर्मा ने कहा कि जिन राज्यों में जीरो शेडो डे को देखा जा सकता है वहां जरूर लोगों को इस घटना के बारे में जरूर बताएं। संचालन विश्वास मेश्राम व आभार प्रदर्शन पीसी रथ ने किया। जनविज्ञानी डॉ बीकेके लाल ने कहा, जीरो शेडो डे के समय परछाई एकदम से न तो गायब होती है और ना ही हमारा साथ छोड़ती है बल्कि वह हमारे अंदर ही कुछ समय के लिए समाहित हो जाती है।