scriptमाता-पिता और पत्नी को घर पर अकेला छोड़कर अपना फर्ज निभा रहे सेना के जवान अनिल | army soldier Anil is playing his role | Patrika News
रायसेन

माता-पिता और पत्नी को घर पर अकेला छोड़कर अपना फर्ज निभा रहे सेना के जवान अनिल

अनिल मेरठ स्थित कोविड सेंटर में मरीजों को भेजने का काम कर रहे

रायसेनJun 23, 2020 / 02:29 pm

KRISHNAKANT SHUKLA

माता-पिता और पत्नी को घर पर अकेला छोड़कर अपना फर्ज निभा रहे सेना के जवान अनिल

माता-पिता और पत्नी को घर पर अकेला छोड़कर अपना फर्ज निभा रहे सेना के जवान अनिल

रायसेन। कोरोना महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई में सेना के जवान भी कोरोना योद्धा की भूमिका निभा रहे हैं। ऐसे कई कर्मचारी जिनके घर माता-पिता, पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य बीमारी से जूझ रहे है। मगर उन्हें कत्र्तव्य की बेला पर इन्हें सबकुछ छोड़कर मरीजों की दिन-रात सेवा करना पड़ रही है। यहां हम बात कर रहे हैं थालादिघावन के अनिल कुशवाहा की। वे नौ साल से भारतीय सेना में हैं। इसके पहले इनके पिता मल्लू सिंह कुशवाहा भी सेना में सेवारत रहे चुके हैं।
अनिल की इन दिनों मेरठ में पोस्टिंग हैं।

मां हृदय रोग से पीडि़त
कोरोना संक्रमण के चलते उनकी ड्यूटी कोविड सेंटर पर मरीजों को भेजने में ड्यूटी लगी हुई है। अनिल का कहना है कि मेरी मां हृदय रोग से पीडि़त है। मेरी मां का सेना अस्पताल भोपाल में इलाज चल रहा है। अप्रेल में उन्हें जांच के लिए ले जाना था। कोराना के कारण मुझे छुट्टी नहीं मिल पाई है।इसलिए अब तक मेरी मां का इलाज भी नहीं हो पाया।


शादी के दस दिन बाद मुझे ड्यूटी जाना पड़ा
अनिल का कहना है कि मेरी शादी के 10 दिन बाद मुझे ड्यूटी पर बुला लिया गया। जब से आज तक मुझे छुट्टी नहीं मिली है। बार-बार मेरी पत्नी के फोन आ रहे हैं। दूसरी ओर मेरी मां की चिंता भी सता रही है। अब तो मैं अपनी पत्नी से वीडियो कॉलिंग कर बात करता हूं, तो पत्नी भावुक होकर वापस आने की बात कहती है। ड्यूटी करते समय मुझे कई चिंता सताने लगी है।

अपना फर्ज निभाया रहा हूं
पहली चिंता देश की सेवा करना, यह मेरा पहला धर्म है, तो दूसरी चितां मेरी मां की तबीयत खराब हो रही है, उसे जांच के लिए ले जाना है। तीसरी चिंता मेरी पत्नी बार-बार मुझे ड्यूटी से घर के लिए बुला रही है। मैं अकेला यह तीनों चिंताओं को मन में रखकर अपना फर्ज निभाया रहा हूं।


पत्नी ने वीडियो कॉल पर दी जन्मदिन बधाई
अनिल ने बताया कि सोमवार को उनका जन्मदिन था तो सबसे पहले मुझे वीडियो कॉलिंग कर पत्नी ने जन्मदिन की बधाई दी। साथ ही कहा कि यह पहला अवसर था कि मैं आपके जन्मदिन में आपके साथ नहीं रह पाई। शादी के बाद पहला ही जन्मदिन मनाने का पहला ही मौका था, जो मैं आपके साथ मिलकर नहीं माना पाई। यह बात कहकर पत्नी भावुक हो उठी। पत्नी के साथ माता-पिता, भाई एवं मित्रों ने भी वीडियो कॉलिंग कर जन्मदिन की बधाई दी। इन स्मरणीय क्षणों को मैं कभी नहीं भुला पाऊंगा।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो