व्यापारियों द्वारा सोयाबीन 3 हजार से 32००, चना 36०० से 38००, उड़द 3०००, गेहूं 18०० से 22००, उड़द 3०००, बटरी 3००० से 36०० रुपए प्रति क्विंटल की दर से बोली लगाकर खरीदा गया। कृषि मंडी में अपनी उपज बेचने आए किसान जसवंत सिंह ग्राम बूढ़ा बागरोद, माखन सिंह खजुरिया बरामद गढ़ी, हल्के खजुरिया, जागेश्वर परासरी, मनोज सिंह बीलखेड़ा, मलखान सिंह, शिवराम रहमा, बृजेश मढिय़ा आदि ने बताया कि यहां आकर हम लोग पछता रहे हैं।
क्योंकि व्यापारियों ने आपस में साठकांठ कर उपज का कम दाम लगा रहे हैं, जिससे कि हमें सोयाबीन, चना, उड़द, गेहूं, बटरी के सही दाम नहीं मिल पा रहे हैं। इस संबंध में कृषि उपज मंडी समिति के सचिव एपीएस बिलोदिया ने बताया कि वर्तमान में उक्त जिंसों के यही रेट चल रहे हैं। व्यापारी इससे अधिक दर पर नहीं खरीद रहे हैं। नीलामी की वजह से किसानों को अपना अनाज व्यापारियों की मर्जी पर बेचना पड़ रहा है। बाजार भाव डाउन होने से ये स्थिति बनी हुई है।
नौ दिन बंद रहेगी मंडी
औबेदुल्लागंज. विधानसभा चुनाव में मतदान के लिए मंडी व उपमंडियों को मतदान केंद्र बनाया गया है। मंडी सचिव ने बताया कि व्यवस्था को देखते हुए प्रबंध संचालन मंडी बोर्ड ने निर्देश दिए हैं कि 27 से 29 नवंबर के बीच मंडी में नीलामी बंद रहेगी। वहीं बुधवार 21 नवंबर को मिलाद-उन-नबी, 23 नवंबर को गुरुनानाक जयंती, 24 नवंबर बैंक अवकाश, 25 नवंबर को रविवार होने के कारण नीलाम कार्य बंद रहेगा। कृषि उपज मंडी समिति ने किसानों से अपील की है कि परेशानी से बचने के लिए21 से 29 नवंबर के बीच धान की उपज मंडी न लाएं।