वार्ड के लगभग आधा सैकड़ा लोगों के इस प्रयास से घरों के पास आ रही आग की लपटों को कुछ समय के लिए रोक दिया। मगर आग की लपटें थमने का नाम नहीं ले रही थी। लगभग तीन घंटे बाद बेगमगंज से आई फ।यर बिग्रेड एवं प्रायवेट टेंकरों से आग पर काबू पाने के प्रयास किए गए। लगभग एक दर्जन मकानों को वार्डवासियों की मेहनत से बमुश्किल बचाया गया।
अपनी सूझ-बूझ से आग पर काबू पाने के लिए घंटों प्रयास करने वाले वार्डवासियों में विदित भार्गव, देवेन्द्र ठाकुर, रानू रैकवार, विकास, दीपक आठया, कल्याण सिंह, चंद्रेश लोधी, रमेश आठया ने बताया कि भीषण आगजनी की घटना ने उन्हें चिंता में डाल दिया। वहीं फ।यर बिग्रेड के बिगड़े होने और प्रशासन की उदासीनता के चलते उन्हें एक समय ऐसा लगने लगा कि आग उनके घरों एवं बस्ती को जला देगी। मगर उन्होंने घरों में रखे पानी का उपयोग किया।
प्रारम्भिक रूप में इस क्षेत्र से लगे राजाराम ठाकुर, कृष्णा बाई भार्गव, कमला मांझी, चंद्रेश लोधी, पप्पू सेन के मकान आग की चपेट में आने से बाल-बाल बचे। वार्डवासियों ने बताया कि उन्होंने नपा को सूचना दी तो उन्होंने फायर बिग्रेड वाहन बिगड़े होने का हवाला देकर चुप्पी साध ली। पुलिस प्रशासन एवं कुछ दूर खड़ी डायल 100 से जब सहायता की मांग की गई, तो उन्होंने इस घटनाक्रम में कुछ मदद नहीं की।