भाजपा नेता ने पहले मना किया फिर बहू को चुनाव मैदान में उतार दिया
बरेली. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि पार्टी से बगावत करने वाले निर्दलीय अपना नामांकन निकाल ले नहीं तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। मुखिया के कहने के बाद भी कई निर्दलीय प्रत्याशी टस के मस नहीं हुए और पार्टी से बगावत कर चुनाव मैदान में अपनी ताल ठोक दी। नगर परिषद चुनाव में निर्दलीय प्रत्याशियों की बाढ़ सी आ गई है चाहे भाजपा के हो या फिर कांग्रेस।
वार्ड क्रमांक आठ में चार बार पार्षद रहे सीएल पटेल ने पूर्व विधायक सहित अन्य भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस बार वह चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। इसके बाद वार्ड आठ से यशोदा धाकड़ को भाजपा का प्रत्याशी बनाया। उनके प्रत्याशी बनते ही सीएल पटेल के परिवार से ही उनकी पुत्र बहू जो पूर्व में पार्षद रह चुकी है, उन्होंने वार्ड आठ से निर्दलीय नामांकन भर दिया। बुधवार को नाम वापसी के दिन निर्दलीय प्रत्याशी ने अपना नाम भी वापस नहीं लिया। ऐसे में पूर्व पार्षद के परिवार से निर्दलीय नामांकन भरना भाजपा के पूर्व विधायक सहित भाजपा के वरिष्ठ नेताओं को रास नहीं आ रहा है। जब पूर्व पार्षद ने इंकार कर दिया तो उसके बाद उनके परिवार से नामांकन भरा यह बात भाजपा को खल रही है।
नगर के 15 वार्डों से कुल 52 उम्मीदवार आजमाएंगे किस्मत
उदयपुरा. नगरी निकाय चुनाव को लेकर नगर उदयपुरा नगर के कुल 15 वार्ड में पार्षद पद के लिए 34 महिलाओं और 27 पुरुषों सहित कुल 61 आवेदन जमा किए गए थे, जिसके बाद 20 तारीख को स्कू्रटनी के दौरान 2 प्रत्याशियों के नामांकन निरस्त हुए। बुधवार को पर्चा वापस लेने की अंतिम तिथि थी, जिसमें कुल बच्चे 59 उम्मीदवारों में से आठ और उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस ले लिए। अब 15 वार्डों से कुल 51 उम्मीदवार मैदान में हैं। जिनमें भाजपा, कांग्रेसी, आम आदमी पार्टी सहित निर्दलीय उम्मीदवार अपनी ताल ठोक रहे हैं। कुछ वार्डों में निर्दलीय प्रत्याशी चुनाव प्रभावित करने की स्थिति में हैं।
यह सब निर्दलीय प्रत्याशी वहीं है जो किसी ना किसी पार्टी से टिकट मांग रहे थे और उन्हें टिकट से वंचित रहना पड़ा। अपने वरिष्ठ नेता और संगठन का विरोध करते हुए निर्दलीय मैदान में कूद गए।