नियमानुसार ठेकेदार को नगर में मुख्य पाइप लाइन के साथ सप्लाई लाइन भी डालना चाहिए थी। परन्तु कई स्थानों पर मुख्य लाइन ही डाली है, जिसके चलते मुख्य लाइन से सटकर रह रहे नगरवासियों को नल कनेक्शन की सप्लाई लेने के लिए अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ रहा है। ठेकेदार ने स्वयं की बचत के लिए नागरिकों पर अनावश्यक खर्च का बोझ डाल दिया। ठेकेदार ने नगर के मुख्य बस स्टैंड क्षेत्र, टेकापार कॉलोनी, वार्ड क्रं. 10 सहित अन्य स्थानों पर मुख्य लाइन ही डाली है। इसके अलावा कई गलियों में लाइन का विस्तारण का कार्य भी नहीं किया। अब नगरवासियों को नल कनेक्शन लेने के लिए सप्लाई लाइन तक अतिरिक्त रूप से कई मीटर लंबी लाइन खरीदने मजबूर होना पड़ रहा है। उन्हें ठेकेदार की यह मनमानी भारी पड़ रही है।
गौरतलब है कि सेमरी जलाशय योजना का एस्टीमेट बनने एवं इस कार्य के प्रारंभिक दौर से ही प्रशासन द्वारा सड़क रिपेयर करने की जिम्मेदारी ठेकेदार पर डाल रहा था वहीं प्रशासन अब ठेकेदार की पक्ष में आकर राशि खत्म होने की बात कर रहा है तथा नगर के जिन स्थानों पर लाइन विस्तारण अधूरा है तथा जिन स्थानों पर सड़कों को रिपेयर नही किया गया पूरे कार्य के लिए अतिरिक्त राशि का एस्टीमेट बनाकर भेजने की बात प्रशासन द्वारा की जा रही है। अब प्रशासन द्वारा की रही दोहरी बात एवं ठेकेदार द्वारा किए गए इस गड़बड़झाला का सच तो अब जांच के बाद ही सामने आ पाएगा।
& अतिरिक्त राशि का एस्टीमेट भेजा है। जल्द ही सुधार कार्य कराया जाएगा। कीचड़ वाले स्थानों पर मुरम डालकर व्यवस्था कराई जा रही है।
-रितु मेहरा, सीएमओ नगर परिषद