जहां सूचना पर राजस्व विभाग की टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर कार्रवाई के नाम पर औपचारिकता की गई। इसी तरह क्षेत्र भर में सड़कों के निर्माण में अवैध उत्खनन कर लाया जा रहा मटेरियल उपयोग किया जा रहा है। जानकारी के अनुसार लंबे समय से गैरतगंज तहसील के कई ग्रामीण क्षेत्र अवैध उत्खननकर्ताओं की चारागाह बने हुए हैं तथा कार्रवाई के अभाव में यह खेल बदस्तूर जारी है।
सैकड़ों बड़े गड्ढे बने
क्षेत्र भर में दर्जन भर से ज्यादा सड़कों के निर्माण में ठेकेदार लगातार इसी तरह के अवैध उत्खनन कर मटेरियल का उपयोग कर रहे हैं। अवैध उत्खनन से क्षेत्र भर में सैकड़ों मौत के गड्ढे एवं तालाब बन चुके हैं तथा इनमें पानी भर जाने के बाद कई बच्चे नहाने के चक्कर में इनमें गिर कर डूब भी चुके हैं। मगर इसके बावजूद भी प्रशासन का ध्यान इनकी ओर नहीं जा रहा है । कई दुर्घटनाएं भी हो रही हैं।
ऐसा नहीं है कि अवैध उत्खनन कि जानकारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को नहीं है। क्षेत्रीय लोगों द्वारा राजस्व विभाग को सूचना देने पर अधिकारी निरीक्षण करने तो पहुंचे, परंतु आपसी सांठगांठ के चलते कोई कार्रवाई नहीं हो सकी। कार्रवाई न होने से अवैध उत्खननकर्ताओं के हौसले बुलंद हैं तथा उनका यह अवैध खेल जारी है।
पहले मिल जाती है खबर
बुधवार को इसी तरह के दो मामले सामने आए। ग्राम आलमपुर में अवैध उत्खनन कर निजी भूमि से निकाले जा रहे मटेरियल की शिकायत प्रशासन को मिली। जिस पर तहसीलदार अवधेश यादव अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, परन्तु अधिकारी के आने की सूचना लीक हो जाने से मौके से काम में लगे जेसीबी और पोकलेन हटा लिए गए। मौके पर मशीने मिलने एवं कई फीट गहरे उत्खनन के गड्ढे होने के बावजूद राजस्व विभाग के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की।
ग्राम मूंडला में मनरेगा के निर्माण कार्य में एक खेत में अवैध उत्खनन किए जाने एवं मशीनों का उपयोग किए जाने के मुद्दे पर भी शिकायत पर राजस्व जांच टीम मौके पर गई। वहां भी कार्रवाई के नाम पर कुछ नहीं हुआ। इसके तीन दिन पहले भी सिलवानी रोड स्थित न्यू विजन स्कूल के पास अवैध उत्खनन की शिकायत पर तहसीलदार की टीम ने मौका मुआयना किया था परंतु कार्रवाई के नाम पर शून्य स्थिति रही। बम्होरी घाट में भी सड़क निर्माण में इसी प्रकार की शिकायत हो चुकी है पर कार्रवाई कुछ भी नहीं।
शिकायत पर मौकों का निरीक्षण किया जा रहा है। नियम विरुद्ध ढंग से होने वाले इस कार्य को सख्ती से रोका जाएगा।
-अवधेश यादव, तहसीलदार