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रायसेन

स्वच्छता सर्वेक्षण-2020 की रैंकिंग सुधारना बड़ी चुनौती

रायसेन शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की रैंकिंग सुधारना इस बार नपा के सामने बड़ी चुनौती बनीं हुई है

रायसेनSep 20, 2019 / 12:10 am

chandan singh rajput

Improving ranking of Swachhta Survekshan -2020 is a big challenge

Raisen. Improving the ranking of the city of Raisen in the Cleanliness Survey 2020 remains a major challenge for the NAPA. In contrast to the preparations for the cleanliness survey, the public toilets in the city, garbage collection, regular cleanliness and the system of waste pickup are pathetic. Dustbins kept in the wards for wet and dry garbage collection are lying in the squares and squares somewhere after breaking and breaking.

रायसेन. रायसेन शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की रैंकिंग सुधारना इस बार नपा के सामने बड़ी चुनौती बनीं हुई है। स्वच्छता सर्वे को लेकर तैयारी के विपरीत शहर में सार्वजनिक शौचालय, कचरा संग्रहण नियमित साफ-सफाई और कचरा उठाव की व्यवस्था दयनीय नजर आ रही है। गीला व सूखा कचरा संग्रह के लिए वार्डों में रखे गए डस्टबिन इधर-उधर टूटने-फूटने के बाद कहीं चौराहों तो कहीं नालियों में पड़े हुए हैं।
वहीं कई वार्डों में कचरा का उठाव और डोर-टू-डोर कचरा कलेक्शन नहीं किया जा रहा है। ऐसे में स्वच्छता सर्वे के लिए आने वाली टीम नंबर काटेगी। हालांकि नपा अधिकारियों का कहना है कि सफ ाई व्यवस्था के लिए सभी १८ वार्डों में मेट व सफ ाई दरोगाओं को जिम्मेदारी दी गई है और इसमें कमियां दुरुस्त करने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि नगर पालिका परिषद ने शहर में ४ से ज्यादा स्थानों पर सार्वजनिक सुलभ शौचालय बनाए हैं, लेकिन इनमें कुछ जगहों पर शरारती तत्वों ने तोडफोड़ कर दी है।
रखरखाव के अभाव में सार्वजनिक शौचालय बदहाल हो रहे हैं। पुलिस कोतवाली के बगल में शुलभ शौचालय बदहाल है। सफाई कर्मचारी को तो वेतन तक नहीं दिया जा रहा है। इस कारण उसका परिवार भुखमरी की कगार पर पहुंच गया है। शहर में एकत्रित होने वाले डोर-टू-डोर कचरा एकत्रित करने के दौरान अलग-अलग कचरा नहीं डाला जा रहा है। सूखा और गीला कचरा एक साथ ही नपा की कचरा गाड़ी में डाल रहे हैं। हालांकि नपा सफाई दरोगाओं समेत अन्य अधिकारियों का तर्क है कि ट्रेचिंग ग्राउंड पर पहुंचाने के बाद कचरा अलग-अलग करते हैं।
सर्वे टीम अब तीन बार शहर में आएगी
शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के लिए केंद्र की सर्वे टीम अब तीन बार आएगी और 6 हजार अंकों पर मूल्यांकन होगा। पहले सिर्फ एक बार सर्वे टीम आती थी। इस बार तीन बार जांच करने के लिए टीम आएगी। इसके बाद टीम अपनी रिपोर्ट सौंपने के बाद शहर स्वच्छ शहरों की श्रेणी घोषित की जाएगी।
गाजर घास उखाड़कर नष्ट कराई

बाड़ी. जवाहर नवोदय विद्यालय बाड़ी की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वर्ण जयंती अनुष्ठान वर्ष एवं महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष पर अनेक कार्यक्रमों का आयोजन होने जा रहा है। 24 सितंबर को राष्ट्रीय सेवा योजना के 50 वर्ष पूरे होने पर सर्वप्रथम शाला परिसर का विकास एवं गोद ग्राम नारदखेड़ा में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद प्लास्टिक मुक्त संस्था परिसर के लिए प्रबंधन एवं जागरूकता रैली आयोजित की जाएगी। पोषण आहार के लिए नारदखेड़ा में जनजागरुकता गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
इसी उपलक्ष्य में नवोदय विद्यालय बाड़ी परिसर में गाजर घास उन्मूलन कार्यक्रम प्रारंभ किया गया, जिसमें छात्र-छात्राओं ने परिसर में लगी गाजर घास को उखाड़ कर एक गड्ढे में उसे नष्ट किया। कार्यक्रम अधिकारी चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि गाजर घास जहरीली खरपतवार है। जो दाद, खाज-खुजली एवं अनेक चर्म रोगों का कारण बनती है। खेतों में उगने पर यह खेतों की उर्वरा शक्ति को नष्ट कर देती है।
इसलिए इसका उन्मूलन अत्यंत आवश्यक है। इस अवसर पर विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक सूरज पांडे, भूषण हुमनेकर, राजा मालवीय, अरुणोदय मिश्रा, पुष्कर सूद, अरविंद सिंह, संगीता गुरूदेव, रेनू शर्मा, प्रभा सिंह, मेघा विश्वार, जूही कुमारी, रमेश कटेरिया, दिलसाद खान सहित बड़ी संख्या में विधार्थी उपस्थित थे।

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