आज राज्य नक्सलवाद, डकैत गिरोहों और बीमारू राज्य की श्रेणी से निकलकर एक समृद्ध राज्य के रूप में स्थापित हुआ है। उन्होंने यह भी कहा कि ‘मध्यप्रदेश में कांग्रेस शासन में कभी भी किसानों की उपज का मूल्य दिया जाता था और न ही सरकार उन्हें बिजली दे पाती थी। मगर शिवराज सरकार ने 15 वर्षों में लोक कल्याणकारी नीतियों पर अमल कर हर वर्ग के उत्थान के लिए कार्य किए हैं। उन्होंने कहा कि देश में माफिया शब्द इटली से आया है, यह कांग्रेस को विरासत में मिला है।
जब-जब कांग्रेस आई है अपने साथ विपत्ति लाई है। जो लोग जवानों की शहादत को सम्मान देने की बजाय नक्सलवादियों को क्रांतिकारी कहते हों, किसानों की सहायता करने की बजाए उनका शोषण करते हों, जो हिंदुओं के सम्मान की चिंता नहीं करते, उनको देश का नेतृत्व नहीं देना चाहिए। योगी ने कहा कि ‘कमलनाथ ही कांग्रेस को डुबाने के लिए काफी हंै, किसी और कि आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
इसके पूर्व प्रत्याशी रामकिशन पटेल, नप अध्यक्ष केशव पटेल, प्रदेश प्रवक्ता बृजगोपाल लोया, पूर्व विधायक दिलीप सिंह, भगवत सिंह, रामकिशन चौहान आदि ने सभा को संबोधित किया। पर्ची में अभ्यर्थी या पार्टी का नाम, चुनाव चिन्ह न हो
रायसेन. भारत निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है कि चुनाव लड़ रहे राजनैतिक दल अथवा उम्मीदवार यदि मतदाताओं की सुविधा के लिए उन्हें मतदाता पर्ची जारी करते हैं, तो ऐसी पर्चियों में उम्मीदवार का नाम या उसके राजनैतिक दल का नाम एवं चुनाव चिन्ह नहीं होना चाहिए। आयोग के मुताबिक ऐसी मतदाता पर्ची सादे कागज पर ही होनी चाहिए और पर्चियों में किसी दल या उम्मीदवार को मत देने के लिए कोई नारे या आह्वान भी नहीं होना चाहिए।