भोपाल से बुलाई रेस्क्यू टीम
छोटेलाल के घर के जिस कमरे में तेंदुआ घुसा था वन अमले ने उस कमरे को बाहर से बंद कर दिया है। ग्रामीणों को घर से दूर कर भोपाल से आने वाले रेस्क्यू टीम का इंतजार किया जा रहा है। घर में तेंदुआ घुसने की जानकारी मिलने के बाद पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए भोपाल से रेस्क्यू टीम को बुलाया है। जो रात लगभग 12 बजे गैरतगंज पहुंचेगी इसके बाद तेंदुए का रेस्क्यू किया जाएगा।
पानी के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने से घुसते हैं गांव में
जिले के जंगलों में तेंदुओं की संख्या तेजी से बढ़ी है, लेकिन जंगलों में तेंदुओं के लिए पानी के पर्याप्त इंतजाम नहीं होने से अकसर से जानवर गांवों की ओर रुख करते हैं। जहां पालतू पशुओं का शिकार भी करते हैं। यह पहला मौका नहीं जब तेंदुआ किसी गांव में घुसा हो, इससे पहले भी कई बार गैरतगंज, बाड़ी, बेगमगंज क्षेत्र में तेंदुआ गांवों में घुस चुके हैं। पानी की तलाश में खेतों में आते रहते हैं। जिले के दो अभयारण्य सिंघोरी और रातापानी के अलावा सामान्य वन क्षेत्र में तेंदुओं की संख्या बढऩा जिले की उपलब्धि तो है, लेकिन इनकी सुरक्षा नहीं कर पाना वन विभाग की असफलता भी है। जंगल में पानी के व्यापक इंतजाम नहीं किए गए हैं। लकड़ी तस्कर लगातार जंगल काट रहे हैं, जिससे जंगली जानवर गांवों की तरफ आते हैं।
ग्रामीण रहे सुरक्षित
रेंजर रजनीश शुक्ला ने बताया कि तेंदुआ रमपुरा गांव के एक घर के अंदर है, तेंदुआ और ग्रामीण पूरी तरह से सुरक्षित हैं। भीड़ कम होने के बाद तेंदुए को रेस्क्यू कर सुरक्षित जगह पर भेज दिया जाएगा।