रायसेन

हजारों किलोमीटर दूर से आए विदेशी ‘मेहमानों’ का हो रहा शिकार

हजारों किलोमीटर की यात्रा कर साइबेरियन क्रेन (सारस) पक्षियों ने डाला शहर में डेरा, कई लोग कर रहे ‘मेहमान’ पक्षियों का शिकार…

रायसेनSep 15, 2020 / 05:49 pm

Shailendra Sharma

,,

रायसेन. पूर्वी साइबेरिया से हजारों किमी की यात्रा कर सैकड़ों साइबेरियर क्रेन (सारस) रायसेन जिले में डेरा डाल चुके हैं। जिले के गोहरगंज कस्बे में इन पक्षियों ने डेरा डाल दिया है। रायसेन जिला मुख्यालय पर भी इन पक्षियों का डेरा है। अमूमन अक्टूबर में आने वाले ये पक्षी इस बार कुछ जल्दी आ गए हैं। गोहरगंज में तहसील भवन के पास इमली के पेड़ पर इन पक्षियों को देखा जा सकता है। लगभग तीन हजार किमी की लंबी यात्रा कर ये पक्षी हमारे देश के मेहमान हैं, जो चार माह यहां बिताएंगे और ठंड का मौसम समाप्त होने से पहले वापस चले जाएंगे। ये पक्षी भोजन की तलाश तथा प्रजनन के लिए भारत के विभिन्न प्रदेशों में आते हैं। मध्य प्रदेश और राजस्थान इन पक्षियों के पसंदीदा प्रदेश हैं।

भोजन की तलाश में हर रात 400 किमी. का सफर
विशेषज्ञ बताते हैं कि साइबेरियन क्रेन हर रात लगभग 400 किलोमीटर की यात्रा करते हैं। 50 किलोमीटर प्रति घन्टे की रफ्तार से उड़ान भरते हैं और भारत के अलग अलग प्रदेशों में इनके आने का कारण इनका स्पाइलोरिना भोजन है जो इन्हें इन जगहों पर मिलता है। स्पाइलोरिना तालाबों, झीलों में बहुतायत से मिलता है और यही कारण है कि साइबेरिन क्रेन यहां पर आते हैं।

 

‘मेहमानों’ का हो रहा शिकार
हजारों किलोमीटर का सफर तय तक भोजन की तलाश में शहर में आने वाले इन विदेशी मेहमानों का कुछ लोग शिकार भी कर रहे हैं। बीते कुछ दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं जब साइबेरिन क्रेन का लोगों ने एयरगन से शिकार किया है। साइबेरियन क्रेन का शिकार होने को लेकर जब पत्रिका ने डीएफओ विजय कुमार से सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि मेरी जानकारी में अभी साइबेरिन क्रेन के शिकार का कोई मामला नहीं आया है। उन्होंने तो गोहरगंज में विदेशी पक्षियों के होने की जानकारी न होने की बात कहते हुए मामले को दिखवाने की बात कही है।

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.