बिजली बचाने का संदेश देने 11 साल के लिए घर छोड़ा
आइआइटी मुंबई के प्रोफेसर ने बस को ही बनाया घर, मप्र सरकार के हैं ब्रांड एंबेसडर।
बिजली बचाने का संदेश देने 11 साल के लिए घर छोड़ा
रायसेन. बिजली बचाने और ऊर्चा के वैकल्पित स्रोत सौर्य ऊर्जा के प्रति लोगों को जागरुक कर रहे आइआइटी मुंबई के प्रोफेसर चेतन सिंह सोलंकी ने अपने इस अभियान के लिए घर परिवार स छोड़ दिया। उन्होंने दस 11 साल के लिए एक बस को ही अपना घर बना लिया है। मप्र सरकार ने चेतन सिंह सोलंकी को ब्रांड एंबेसडर नियुक्त किया है। लिहाजा वे गांव-गांव, शहर-शहर जाकर लोगों को सौर्य ऊर्जा के उपयोग के लिए प्रेरित कर रहे हैं। शनिवार को रायसेन शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में उन्होंने शिविर लगाकर लोगों को जागरुक किया। वे जिस बस से सफर करते हैं, उसमें रहते हैं, वह बस भी सोलर एनर्जी से ही चलती है।
सोलंकी का कहना है कि प्रत्येक गांव को बिजली में आत्मनिर्भर बनाने के लिए सोलर एनर्जी कारगार माध्यम है, जिससे किसान अपने खेतों में एवं अपने घरों में सोलर एनर्जी का इस्तेमाल कर बिजली से मुक्त हो सकते हैं। खुद स्वयं की बिजली सोलर एनर्जी से प्राप्त कर सकते हैं। एनर्जी स्वराज फाउंडेशन के संस्थापक चेतन ने बताया कि उनकी यात्रा का उद्ेश्य लोगों को बदलते मौसम और उसके प्रभाव से लोगों को सतर्क करना है।
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