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रायसेन

रात एक बजे बिजली घर में क्यों मचा हड़कंप

रात एक बजे बिजली घर पहुंची ने खोली मेंटनेंस की पोल- जबाब नहीं दे पाए कंपनी के अधिकारी, मेंटनेंस में लापरवाही पर लगाई फटकार।- कर्मचारियों को समय पर वेतन नहीं मिलने पर अधिकारी को फटकारा, एई और जेई के इंक्रीमेंट रोकने के निर्देश।

रायसेनSep 14, 2021 / 12:29 pm

praveen shrivastava

रात एक बजे बिजली घर में क्यों मचा हड़कंप

रात एक बजे बिजली घर में क्यों मचा हड़कंप

रायसेन. शहर में हर कभी बिजली गुल होती है, हर बार कंपनी के अधिकारी फाल्ट बताकर पल्ला झाड़ जाते हैं। इस फाल्ट की असल वजह क्या है, इसका खुलासा सोमवार-मंगलवार की देर रात एक बजे खुद बिजली मंत्री प्रद्युम्नसिंह तोमर ने किया। वे बिना किसी सूचना के रात एक बजे बिजली घर पहुंचे और यहां से कंपनी के अधिकारियों को फोन लगाकर तुरंत बुलाया। हड़बड़ाए हुए पहुंचे बिजली कंपनी के अधिकारियों से जब मंत्री ने सवालों की झड़ी लगाई तो उनके पास झूठ बोलने के सिवाय कोई जबाब नहीं थे, झूठ भी तुरंत पकड़ में आया और फिर जमकर फटकार मिली। छतरपुर की ओर से वापस भोपाल जा रहे मंत्री जब शहर के मुखर्जी नगर गेट के सामने पहुंचे तो वहां गड्ढों के कारण उनकी कार धीमी हुई, वही सामने लगी बिजली डीपी पर उनकी नजर पड़ गई, जिसकी बदहाली देख मंत्री ने अपनी कार रोकी और डीपी की जांच पड़ताल की। इसके बाद वे सीधे बिजली घर पहुंच गए, वहां से अधिकारियों को बुलाया।
मेंटेनेंस के सवाल पर पकड़ा झूठ
मंत्री तोमर ने जब मुखर्जी नगर डीपी से लटक रहे और टूटे तारों को देखकर कंपनी के कर्मचारियों से पूछा कि मेंटनेंस कब किया था, जल्दबाजी में एक कर्मचारी ने बोल दिया दो माह पहले। कर्मचारी की यह झूठ मंत्री ने पकड़ लिया और उसे जमकर फटकार लगाई। असलियत में डीपी का मेंटेनेंस महीनो से नहीं हुआ है। मंत्री ने कहा कि झूठ मत बोलो तुम्हारे शहर में खभों पर बेल और चाडिय़ां लटर रही हैं, मैं खुद देखता हुआ आया हूं।
खराब केपिसिटर को बताया बंद किया है
बिजली घर में दो केपिसिटर लगे हैं, जो लोड को नियंत्रित करते हैं। इनमें से एक केपिसिटर खराब है, एक से ही बिजली सप्लाई का पूरा लोड नियंत्रित किया जा रहा है। बंद केपिसिटर को देख मंत्री तोमर ने जेई से सवाल किया तो उन्होंने बोल दिया कि इसे बंद किया है, एक से काम हो रहा है, जिस पर मंत्री ने बंद केपिसिटर को चालू करने के लिए कहा। यहीं जेई का झूठ भी पकड़ में आ गया। फिर मंत्री ने उन्हे भी जमकर फटकारा। इससे यह भी खुलासा हो गया कि शहर में बार-बार बिजली गुल होने का कारण क्या है। जिसे फाल्ट बताकर लोगों को गुमराह कर अपनी खामियां छिपाई जाती हैं।
बिजलीघर में ही बदहाली
मंत्री तोमर ने बिजली घर के हर हिस्से में जाकर देखा। मुख्य ट्रांसफार्मर के पास पानी भरा था, वहां स्ट्रीट लाइट भी बंद थी, जिसे देख उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में कर्मचारी कैसे काम करेंगे। अभी जरूरत पड़ जाए तो यहां कैसे काम होगा। पानी निकासी के इंताजम क्यों नहीं किए। इन सवालों का अधिकारियों के पास कोई जबाब नहीं था। तोमर ने दफ्तर में दस्तावेजों, ड्यूटी रजिस्टर आदि चेक किए।
ठेका कर्मचारियों के प्रति दिखाई सहानुभूति
मंत्री को देख मौके पर मौजूद ठेका कर्मचारियों ने भी अपनी समस्याएं बताईं। उन्होंने समय पर वेतन नहीं मिलने और बोनस नहीं मिलने की बात मंत्री से कही। जिस पर तोमर ने एसी से कहा कि ये गरीब दिन रात मेहनत कर रहे हैं फिर भी इन्हे समय पर वेतन क्यों नहीं दिया जा रहा है। सेामवार को कंपनी के डीई राजेश तुषाद और एई बीबी तिवारी रायसेन में नहीं थे। उनके मुख्यालय पर नहीं होने पर मंत्री ने दोनो का इंक्रीमेंट रोकने के निर्देश दिए।
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