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रायसेन

रहवासी परेशान, फाइलें रोककर बैठे हैं नगर पालिका के अधिकारी

हाउसिंग बोर्ड द्वारा कॉलोनी के विलय संबंध में बार-बार किए जा रहे पत्राचार का नपा अधिकारी न तो जबाव दे रहे हैं

रायसेनFeb 05, 2019 / 11:45 pm

chandan singh rajput

patrika news

Mandi deep. The development of the area is possible only if the officials of the NAP, along with employees, do not intend to undertake any development work in due time, the speed of development will be slow. Yes, because the sources say that the file of the merger of the Satlapur Housing Board Colony in the urban area of Mandiindip has been pressed for two years only by the municipal authorities.

मंडीदीप. क्षेत्र का विकास तभी संभव है, जब कर्मचारियों के साथ-साथ नपा के अधिकारी भी किसी भी विकास कार्य को तय समय में करवाने की मंशा नहीं रखेंगे, तो विकास की गति धीमी ही रहेगी। जी हां, क्योंकि सूत्र ये कहते हैं कि सतलापुर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी की नगरीय क्षेत्र मंडीदीप में विलय की फाइल दो वर्षों से नगर पालिका अधिकारी ही दबाकर बैठे हैं। हाउसिंग बोर्ड द्वारा कॉलोनी के विलय संबंध में बार-बार किए जा रहे पत्राचार का नपा अधिकारी न तो जबाव दे रहे और न ही फाइल को आगे बढ़ा रहे हैं।
इसके चलते कॉलोनी के हस्तानांत्रण की प्रक्रिया अटकी हुई है। कॉलोनी के हस्तानांत्रण नहीं होने से रहवासियों को नपा और बोर्ड दोनों को ही कर चुकाना पड़ रहा है। इससे आक्रोशित रहवासियों ने मंगलवार को सतलापुर पुलिस थाने में एक आवेदन देकर बोर्ड के अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर लिखने की मांग की है।
औद्योगिक क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए लगभग 25 वर्ष पहले हाउसिंग बोर्ड ने सतलापुर एक हजार आवास एवं भूखंडों की कॉलोनी विकसित की थी।
कॉलोनी के शुभारंभ से आज तक रहवासी सड़क, सीवेज, पेयजल, साफ-सफाई तथा बिजली जैसी मूलभूत सुविधाओं के आभाव में नरकीय जीवन जीने के लिए विवश है। रहवासियों के मुताबिक बोर्ड ने उन्हें सर्व सुविधायुक्त कॉलोनी देने का सपना दिखाया था। इसके बावजूद रहवासी ढाई दशक से मूलभूत सुविधाओं के लिए मोहताज हैं। रहवासियों द्वारा समय-समय पर बोर्ड के अधिकारियों को समस्याओं से अवगत कराने के बाद आज तक आश्वासन के सिवा कुछ नहीं मिला है।
विलय में नगर पालिका की नहीं रुचि
सतलापुर पुलिस की फटकार पर थाने पहुंचे बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सतलापुर के नपा में विलय की प्रक्रिया वर्ष 2017 में शुरू हुई थी। बोर्ड की ओर से पहला पत्र 7 मार्च 2017 को लिख गया था, जिसमें नियमानुसार कॉलोनी के नगरीय क्षेत्र में विलय की बात कही गई थी। इसके बाद 27 मार्च 2018 को दोनों विभागों द्वारा संयुक्त रूप से कॉलोनी का भौतिक सर्वे किया गया।
बोर्ड की ओर से 5 मार्च 2018 को नपा को एक ओर पत्र जारी किया गया, जिसमें बोर्ड की कॉलोनी में स्थित सभी सम्पत्ती की जानकारी देते हुए कॉलोनी के हस्तांतरण हेतू मांग पत्र मांगा गया था, लेकिन नपा अधिकारियों द्वारा अब तक इस संबंध में कोई रुचि नहीं ली।
सतलापुर की समस्याओं के समाधान के लिए बीते वर्षों में रहवासियों द्वारा कई जन आंदोलन चलाए गए। इसमें सतलापुर के प्रमुख चौराहों पर समस्याओं को लेकर पोस्टर में जनप्रतिनिधियों के फोटो भी लगाए गए थे।
बोर्ड द्वारा लगातार कॉलोनी के हस्तानांत्रण के लिए नपा से पत्राचार किया जा रहा है, लेकिन नपा अधिकारियों की इसमें रुचि नहीं होने से मामला लम्बित है, जहां तक मूलभूत सुविधाओं की बात है बोर्ड मुहैया करा रहा है।
– बीएस परमार, उपयंत्री हाउसिंग बोर्ड
हाउसिंग बोर्ड के अधिकारी नियमों को ताक पर रखकर कॉलोनी का जबरन हस्तांतरण कराना चाहते हैं, जो संभव नहीं है। बोर्ड द्वारा लिखे पत्रों का अध्ययन कर इस मामले में उचित कार्यवाही की जाएगी।
– ज्योति सुनेरे, नपा सीएमओ मंडीदीप

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