गौरतलब है कि एएसआई यशवंत शर्मा जिला पुलिस बल में कई बार विवादों में फंस चुके हैं। इसके बाद भी वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उन्हें यातायात पुलिस की जिम्मेदारी सौंप दी गई। एएसआई शर्मा पिछले वर्ष नर्मदा सेवा यात्रा के दौरान भी रेत के डंफरों से वसूली करने के मामले में वरिष्ठ अधिकारियों की फटकार खा चुके हैं।
दरअसल शहर में बाहर से धान लेकर प्रतिदिन आ रहे ट्रैक्टर ट्रॉली से लग रहा जाम। मगर ट्रैफि क पुलिस शहर के बाहर चालानी कार्रवाई में व्यस्त बताकर यहां वाहन चालकों से अवैध रूप से वसूली में जुटी रहती है। शहर की मंडी में धान, सोयाबीन, मक्का मूंग उपज की बंपर आवक होने से रोजाना साढ़े पांच सौ से भी ज्यादा ट्रैक्टर ट्रॉलियां बाहर से आ रहे हैं। शुक्रवार को दोपहर के वक्त मंडी गेट से लेकर पॉयल टॉकीज के आगे तक कुम्हरिया तालाब तक उपज से भरीं सैकड़ों ट्रेक्टर ट्राली हाईवे किनारे घंटों खड़ी रहीं।
शहर के बीच में ही बस स्टैंड होने के बावजूद सागर और विदिशा रोड पर लगभग आधा दर्जन अघोषित बस स्टॉप बने हुए हैं। इन सब स्थानों पर दिन भर बसें सवारियों के लिए खड़ी कर दी जाती है। इससे शहर में कई बार जाम लग रहा है। मगर बसे कहां खड़ी की जा सकती है कहां नहीं, इसके लिए कोई नियम शहर में बनाया ही नहीं गया। इसी तरह से ऑटो कहां-कितनी खड़े किए जा सकते हैं। इसके लिए भी कुछ तय नहीं किया गया है।
बृहस्पति कुमार, ट्रैफि क प्रभारी, साकेत