गोशाला की जमीन से उत्खनन को लेकर जब मीडिया सक्रिय हुई, तो नायब तहसीलदार ने उत्खनन रुकवा दिया, लेकिन वही मशीनें दूसरी जगह उत्खनन करते हुए दिखाई दीं। जानकारी के अनुसार शाम के समय रीछन नदी के पास खुदाई चल रही थी।
बिना अनुमति उत्खनन
जानकारी के अनुसार बिना अनुमति के गोशाला की जमीन पर उत्खनन अवैध है। मौके पर पहुंचे तहसीलदार को किसी तरह की अनुमति ठेकेदार के कर्मचारियों द्वारा नहीं दिखाई गई। नायब तहसीलदार का कहना था कि ठेकेदार को बुलाकर देख लेते हैं, यदि अनुमति होगी तो ठीक हैं, नहीं तो प्रकरण बनाकर भेज देते हैं।
गोशाला की जमीन पर किए गए अवैध उत्खनन से बड़े पैमाने पर हरियाली को नुकसान हुआ है। कई छोटे पेड़ और पौधे जेसीबी से उखाड़ दिए गए हैं।
बाइपास की मरम्मत
सदालतपुर से गोपालपुर तक बनाए गए लगभग सात किमी लंबे बाइपास पर पुलियाओं सहित सड़क की मरम्मत का काम ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है, जिसके लिए प्रशासन से दो दिन का समय लिया था, लेकिन १२ दिन बाद भी काम पूरा नहीं किया गया है। इसी काम के लिए अवैध उत्खनन किया जा रहा है।
विष्णु सिंह रघुवंशी,
नायब तहसीलदार
कहां उत्खनन चल रहा है, किसने क्या कार्रवाई की यह मेरी जानकारी में नहीं है।
एलके खरे, एसडीएम रायसेन