लापरवाही का आलम ये है कि छह माह पहले एक ठेकेदार को पैचवर्क का टेंडर दिया था, इसके बाद भी गड्ढे पूरी तरह से नहीं भर सके। बरसात शुरू होते ही दूसरी बार ठेकेदार ब्रजेश गौर को करीब 12 लाख रुपए का गिट्टी से पैचवर्क का ठेका दे दिया गया। बताया जा रहा है कि इन्होंने भी अब तक पांच छह डंपर गिट्टी डालकर कुछ गड्ढों के पेट भरे, जबकि अभी छोटे-बड़े दर्जनों गड्ढों को भरा जाना बाकी है। ऐसे में हर दिन दुर्घटना होने का अंदेशा बना रहता है। मगर फिर भी लोक निर्माण विभाग के अधिकारी इस समस्या को सुलझाने की तरफ ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं। यह सड़क करीब पांच वर्ष पहले राजलक्ष्मी कंट्रक्शन कंपनी द्वारा बनाई गई थी, जिसकी 36 माह की गारंटी भी थी, जो दो वर्ष पहले गारंटी खत्म हो गई है। तब से सड़क काफ ी खस्ताहाल हो चुकी है। कई जगह डामर उखड़ चुका है।
जानकारी के अनुसार पिछले 25 दिनों में सड़क के गड्ढों में गिरने से 20 वाहन दुर्घटनाओं के शिकार हो चुके हैं। इसके बावजूद भी अभी तक सड़क के गड्ढे नहीं भरे गए और न ही जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा उक्त ठेकेदारों के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं की गई। आए दिन होने वाली दुर्घटनाओं को लेकर ग्रामीण चिंतित हैं।
मिली है स्वीकृति
पीडब्ल्यूडी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सुल्तानगंज से बेगमगंज तक 26 किलोमीटर सड़क एमपीआरडीसी द्वारा एमडीआर के तहत स्वीकृत हो चुकी है, जिसका बरसात के बाद टेंडर हो जाएगा और नई सड़क बनाई जाएगी। क्षेत्रवासियों द्वारा इसकी शिकायत कलेक्टर से करते हुए सड़क में सुधार कराने की गुहार लगाई है।
-कुछ दिन पहले छह-सात डंपर गिट्टी से सड़क पर हुए गड्ढों को भरवाया गया था। मगर अब फि र से सड़क पर गड्ढे हो गए हैं, तो ठेकेदार से बोलकर फि र से गिट्टी से गड्ढे भरवाए जाएंगे।
-ताहिर कुरैशी, एसडीओ, लोक निर्माण विभाग।