किसानों ने खेतों की सुरक्षा के लिए अपने खेतों पर मचान बनाकर दिन रात कई रखवाले रखे हैं। लेकिन जानवरों के झुंड में होने से वे असहाय हो जाते हैं। किसान हमीर सिंह यादव ने बताया कि मैंने 12 एकड़ में तेवड़ा लगाया था, लेकिन जंगली सूअरों एवं नीलगायों ने करीब 1 एकड़ की फसल बर्बाद कर दी। इसकी सूचना किसान संघ के माध्यम से अनुविभागीय अधिकारी को एवं वन विभाग को दी, लेकिन प्रशासन ने अभी तक कोई सर्वे नहीं किया। खामखेड़ा के किसान मुन्ना अहिरवार ने बताया कि जंगली जानवरों को रोकने के लिए प्रशासन बेफिक्र है, वहीं किसान चितिंत हैं। किसानों ने जानवरों द्वारा फसलों के नुकसान पर मुआवजा की मांग की है।
जिन किसानों की फसलों का नुकसान जंगली जानवरों द्वारा हुआ है, वे राजस्व विभाग में जाकर पहले आवेदन दें। सर्वे के बाद उनको मुआवजा दिलाने की भरपूर कोशिश की जाएगी
-सुशील पटेल, डिप्टी रेंजर