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रायसेन

यह समय है उचित स्थान पर दान देने का अन्यथा सोचते रहोगे: ब्रह्मचारी संजय भैया

गुरुग्राम में बन रही 151 फीट ऊंची अष्टधातु प्रतिमा।अष्टधातु संग्रह के लिए आया अहिंसा रथ।

रायसेनJan 20, 2022 / 10:06 pm

Rajesh Yadav

यह समय है उचित स्थान पर दान देने का अन्यथा सोचते रहोगे: ब्रह्मचारी संजय भैया

यह समय है उचित स्थान पर दान देने का अन्यथा सोचते रहोगे: ब्रह्मचारी संजय भैया


रायसेन. अष्टधातु की सबसे बड़ी प्रतिमा स्टैच्यू ऑफ प्यूरिटी निर्माण के लिए अहिंसा रथ इंदौर आया है। यह रथ अब विभिन्न जैन मंदिर में जाएगा जहां से प्रतिमा के लिए अष्टधातु संग्रह किया जाएगा। यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे सामने ऐसी प्रतिमा का निर्माण हो रहा है, जो हजारों सालों तक जैन धर्म की प्रभावना करेगी। यह समय उचित स्थान पर दान देने का है, नहीं तो अब जीवन में कुछ ना कर पाए तो सोचते रह जाओगे। ये बात ब्रहमचारी संजय भैया ने कही। वे गुरूवार को नगर के मुख्य बाजार स्थित श्री पाश्र्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर में हरियाणा राज्य के गुरुग्राम में बन रही भगवान मुनिसुब्रतनाथ की अष्टधातु की 151 फीट उंची प्रतिमा के लिए आए अहिंसा रथ के आगमन के अवसर पर संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में जिस तरह दक्षिण भारत की शान गोम्मटेश बाहुबली भगवान है। उसी तरह अब उत्तर भारत की शान मुनिसुब्रतनाथ भगवान की ये प्रतिमा होगी। इस दौरान समाज द्वारा अष्ट धातु की वस्तुओं का दान किया गया।
श्री महावीर दिगम्बर जैन मंदिर कमेटी के अध्यक्ष अरविन्द जैन व मुनि सेवा समिति के अध्यक्ष विनोद जैन ने बताया कि दो दिन रथ अलग-अलग मंदिरों पर जाकर खड़ा रहेगा। रथ सुबह छह से दोपहर 12 बजे तक मंदिर के बाहर दर्शन के लिए पहुंचेगा। शुक्रवार को सुबह 7:30 बजे ब्रह्मचारी संजय भैया द्वारा पटेल नगर स्थित श्री महावीर दिगम्बर जैन मंदिर में रथ की जानकारी दी जाएगी। इसके बाद 8:30 बजे रथ का विमोचन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पावन अवसर पर अपने घर में रखी पुरानी और नई धातु का प्रयोग प्रतिमा के निर्माण में करें। दान की गई अष्टधातु से प्रतिमा का निर्माण होगा।
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