एक दिन पहले सामने आई कोरोना पॉजिटिव महिला फिलहाल भोपाल में उपचाररत है। वहीं, ब्यावरा के तलेनी गांव से भेजे गए 75 वर्षीय वृद्ध की रास्ते में कुरावर के पास मौत हो गई। उन्हें रात में ही सिविल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां कोविड-19 के प्रोटोकॉल के हिसाब से परिजनों को बुलाकर अंतिम संस्कार करवाया गया। उनका सैम्पल भी कोरोना टेस्ट के लिए भेजा गया है जिसकी रिपोर्ट आना शेष है।
फिलहाल कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग ही एक मात्र जरिया
टोल प्लॉजा के कर्मचारी और यूपी की महिला के पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद फिलहाल स्वास्थ्य विभाग उनकी कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में लगी हुई है। अधिक से अधिक ट्रेसिंग पर विभाग फिलहाल जोर दे रहा है। हालांकि शासन और स्वास्थ्य विभाग के पास फिलहाल कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग के अलावा विकल्प भी नहीं है।
चैन तोडऩे शासन की ओर से कोई सख्ती नहीं
दो पॉजिटिव केस जिले की ही सीमा में आने के बावजूद प्रशासन की ओर से सोशल डिस्टें खत्म करने और कोरोना की चैन तोडऩे के लिए कोई सख्ती नहीं की गई है। दरअसल, जिला प्रशासन उक्त महिला को अपने जिले का हिस्सा ही नहीं मानता। ऐसे में कहने को टोटल लॉक डॉउन है लेकिन जिलों की सीमाएं तक ढंग से सील नहीं है। लोग बेझिझक शहर में घूम रहे हैं, उन्हें न सोशल डिस्टेंस से मतलब है न ही वे मॉस्क पहन रहे। ऐसे में न सिर्फ उन्हें खुद बल्कि शहर की जनता, दुकानदार व अन्य लोगों को भी उनसे खतरा है।
कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में लगे हैं
जो पॉजिटिव मामले आए हैं उनके कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग में लगे हुए हैं। अधिक से अधिक ट्रेसिंग का हमारा लक्ष्य है। इसके अलावा थर्मल स्क्रीनिंग भी हमने बढ़वाई है।
-डॉ. महेंद्रपाल सिंह, नोडल अधिकारी, कोविड-19, राजगढ़