प्रधानमंत्री के फॉस्ट टैक प्रोजेक्ट में उक्त लाइन का काम शामिल है। डीआरएम सौरभ बंदोपाध्याय सहित रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि यदि काम शुरू हुआ न तो रफ्तार पकड़ लेगा। रेलवे के काम काफी तेजी से चलते हैं। इसमें मौसम या अन्य कोई बाधा नहीं आती, सीधे काम होते जाते हैं। अब माना जा रहा है कि खिलचीपुर में और कालीपीठ रोड पर ब्रिज का काम शुरू हो चुका है। बाकी अर्थवर्क का काम भी जल्द गति पकड़ेगा। उम्मीद जताई जा रही है कि शुरू होने के बाद फिर काम रुकेगा नहीं।
राजस्थान में पांच साल से दौड़ रही ट्रेनें
रामगंजमंडी से भोपाल के 262किमी के प्रोजक्ट में राजस्थान में पांच साल से ट्रेनें इसी ट्रेक पर दौड़ रही है। शुरुआत में रामगंजमंडी से झालावाड़ तक गाडिय़ां चली, पिछले साल से झालरा पाटन तक पैसेंजर गाडिय़ां आने लगीं। अब वहां करीबे 50 किमी हिस्से का ही काम शेष है। पाटन से असनावर (जूनाखेड़ा) स्टेशन भी तैयार है। अकलेरा, घाटोली होते हुए मप्र की सीमा तक का काम उन्हें करना है। इसके बाद मप्र की सीमा में यहा लाइन का काम जोड़ा जाएगा।
फंड काम लिया जाएगा
जो फंड आया है उससे निश्चित ही प्रोजेक्ट को गति मिलेगी। हमारा जो लक्ष्य है उसी अनुसार ट्रेन चालू भी होगी। पिछली बार कोविड काल था, इस बार साढ़े तीन सौ करोड़ आए थे, जिन्हें भूमि-अधिग्रहण सहित अन्य कार्यों के लिए काम लिया जाएगा।
-रोडमल नागर, सांसद, राजगढ़
काम में तेजी लाने को कहा है
हाल ही में हमने रेलवे के अधिकारियों से बात की थी। साथ ही नरसिंहगढ़ में जो हमारा जमीनों का मामला था, उसे शॉर्ट आउट करवा रहेे हैं। जल्द ही उसे पूरा कर लिया जाएगा। जहां भी कमी या रुकावट होगी हम सतत मॉनीटरिंग जारी रखेंगे।
-हर्ष दीक्षित, कलेक्टर, राजगढ़