जानकारी के अनुसार युवक ने मक्सी-रुठियाई ट्रेक के 1200/5 किलोमीटर पर ट्रेन से कटकर जान दे दी। करनवास थाना क्षेत्र से लगे ट्रेक पर हुई घटना की शिनाख्त करने पुलिस मौके पर पहुंचीं, लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पाई। ट्रेन को काफी देर तक वहीं रोके रखना पड़ा। इससे ट्रेन में सवार यात्री हतभ्रत रह गए और बीच जंगल में ट्रेन खड़ी देख हैरान हो गए।
देहरादून जाने वाली उज्जैयनी एक्सप्रेस का समय शाम छह बजे ब्यावरा पहुंचने का है, लेकिन अपने तय समय से डेढ़ घंटे लेट साढ़े सात बजे ट्रेन ब्यावरा पहुंची। सूचना पर पहुंची करनवास पुलिस देर रात तक शव ढूंढ़ती रही,लेकिन ट्रेक पर किलो मीटर (1200/5) के कन्फ्यूजन में वे काफी देर तक शव नहीं ढूंढ़ पाए।
ट्रेन के ही स्लीपर कोच में उत्पात मचा रहे एक बदमाश ने भी चैन पुलिंग की थी, हालांकि ट्रेन उक्त हादसे के कारण रुकी थी। टीसी ने जब चैन पुलिंग करने वाले की जांच की तो एक इंदौर निवासी युवक पकड़ाया। टीसी ने आरपीएफ को उक्त युवक को सौंप दिया।
उज्जैन-देहरादून ट्रेन को बीच जंगल में रोके जाने से इंदौर-कोटा इंटरसिटी एक्सप्रेस का शेड्यूल भी गड़बड़ा गया। अपने तय समय पर पचोर पहुंच गई ट्रेन को करीब 45 मिनट वहीं रोकना पड़ा। आत्महत्या के घटना स्थल से ट्रेन के रवाना होने के बाद इंटरसिटी एक्सप्रेस को पचोर से रवाना किया गया।
1200/5 किमी पर किसी युवक के कटने की सूचना मिली थी, इसी कारण ट्रेन को रोकना पड़ा था। ट्रेन समय पर थी लेकिन बीच में ही रोकने से डेढ़ घंटे लेट हो गई। इंदौर-कोटा को भी पचोर रोकना पड़ा।
-पीएस मीना, उप-स्टेशन प्रबंधक, ब्यावरा