यहां 2 घण्टे आंदोलन किया गया, इस दौरान गुस्साए लोगों ने सीएमओ की टेबल का कांच भी तोड़ दिया। जिसके बाद उन्हें पुलिस बुलानी पड़ी, काफी समझाइश के बाद सीएमओ और अध्यक्ष दोनों आंदोलन स्थल पर आये और जमीन पर बैठकर समाज को लिखित में दिया आश्वासन दिया कि 8 दिन के समय के अंदर वीर क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की प्रतिमा का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। इस मौके पर जिले भर के सैंकड़ों आदिवासी युवा शामिल हुए।
यह है मामला
दरअसल मुख्यालय के ब्यावरा नाका चौराहे पर लगी बिरसा मुंडा की प्रतिमा को मार्ग निर्माण के दौरान हटाने एवं बाद में आश्वासन के बाद भी पुनः स्थापित नहीं करने के मामले में आदिवासी भील समाज ने मोर्चा खोला है। समाजजनों द्वारा इसके चलते ही शनिवार को सुबह 11 बजे नपा का घेराव कर बिरसा मुंडा की प्रतिमा फिर से स्थापित करने की मांग की। सीएमओ के आश्वासन के बाद ही यह पूरा मामला खत्म हो सका।
आदिवासी युवा भील समाज के जिला महासचिव राम भील के अनुसार जननायक क्रांतिकारी बिरसा मुंडा की प्रतिमा जो हटाई गई थी वह अभी तक नहीं लगाई है, जबकि समाज ने कई बार जिम्मेदारों से इस संबंध में मांगे भी की है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रतिमा लगाने संबंधी मांग को हमेशा अनदेखा किया जा रहा है।