पचोर में फंसाया नपा ने पेंच, काम अटका…
अतिक्रमण टूटना भले ही शुरू हो गया हो लेकिन पचोर में नगर पालिका ने बड़ा पैंच फंसा दिया है। यहां करीब एक करोड़ 32 लाख रुपए की लागत से होने वाले पाइप लाइन डायवर्शन के काम पर एनएचएआई ने आपत्ति जताई है। नियमानुसार उक्त कार्य रोड की ही निर्माण एजेंसी को करना होता है, लेकिन नपा परिषद ने अपने स्तर पर काम की शुरुआत की और बिल स्वीकृत करवाना चाहा, लेकिन एनएचएआई ने इस पर फिलहाल रोक लगा दी।
और रसूखदारों, प्रभावी लोगों के कब्जे बाकी….
रोड से लगे जगह-जगह के अतिक्रमण के अलावा शहरी क्षेत्र में मुआवजा ले चुके कई रसूखदार और प्रभावी लोगों के कब्जे अभी भी शेष हैं, जो कि भोपाल के एक वरिष्ठ अधिकारी के सीधे हस्तक्षेप से रुके हुए हैं।
उक्त निर्माण रोड से लगे होने के बावजूद इस पर प्रशासन कार्रवाई करने में बौना साबित हो रहा है। इसके अलावा अन्य जगह भी ऐसी ही स्थिति बन रही है। सारंगपुर के पास एक गांव में मंदिर की जमीन का विवाद बना हुआ है जहां शासन के रिकॉर्ड में मंदिर कलेक्टर के नाम से है लेकिन वहीं के एक व्यक्ति द्वारा वह जमीन खुद की बताई जा रही है।
फैक्ट-फाइल…
-1583.79 करोड़ है फोरलेन की लागत।
-141.25 किमी लंबा है फोरलेन।
-150 से अधिक कब्जे अभी भी शेष।
-01 टोल प्लॉजा बनाया जाना है।
-30 माह में पूरा करना है काम, जुलाई-2017 से।
(नोट :एनएचएआई से प्राप्त जानकारी के अनुसार)
मंगलवार को परसूलिया के आस-पास के बचे अतिक्रमण को तोड़ा गया है। वहीं, आस-पास के कुछ धार्मिक स्थल भी शिफ्ट किए गए हैं। पचोर में नपा की पाइप लाइन से काम अटका है। वहीं, सारंगपुर से लगे एक गांव में सरकारी जमीन पर कब्जे का विवाद है, इसे लेकर हमने कलेक्टर को अवगत करवाया है।
-जे. पी. तिवारी, प्रोजेक्ट मैनेजर, ओरिएंटल प्रालि, देवास-ब्यावरा प्रोजेक्ट