प्रबंधन को आड़े हाथों लिया…
ऐसे में कुछ लोग जनपद पंचायत पहुंचे और उन्होंने इस चयन प्रक्रिया में लेन-देन का आरोप लगा दिया। जबकि चयनकर्ता इस पूरी सूची को सही बता रहे हैं। राजगढ़ की यदि बात करें तो यहां मंगलवार से चयनित स्वच्छग्रही की ट्रेनिंग होनी थी, इस ट्रेनिंग में कुछ लोग पहुंच भी गए थे। इसी बीच जब इस चयन प्रक्रिया की जानकारी जनपद अध्यक्ष गिरजा वर्मा को लगी तो उन्होंने आरोप लगाते हुए पूरे प्रबंधन को आड़े हाथों लिया और सही सूची बनवाने की मांग करते हुए धरने पर बैठ गईं। वहीं उन्होंने शाम को दो सूची बताईं, इसमें उनका कहना था कि पहले तय की गई सूची अलग है, जबकि धरने के बाद नई सूची बनाई गई।
गांव में जानकारी न देने का भी आरोप…
भले ही यह चयन प्रक्रिया पूरे जिले में की जा रही हो, लेकिन इसमें कई लोगों को सूचना ही नहीं मिली। अपने पंसद के लोगों को इस प्रक्रिया में शामिल कराया उसके बाद भी चयन सूची पर आरोप लग रहे हैं।
यह लगाए आरोप…
मेरा चयन सूची में नाम था और मुझे एसएमएस के बाद जनपद से कल बुलाया भी गया था। लेकिन आज नए व्यक्ति को शामिल कर लिया, मेरा नाम नहीं है।
संजयसिंह, टांडीकलां
मैंने बीएससी, एमए और कम्प्यूटर व आईटीआई कर रखी है, लेकिन चयन हायर सेकंडरी वाले का किया। जो किसी भी लिहाज से समझ नहीं आता।
सियाराम संजोदिया, कल्पोनी
मैं पहले से प्रेरक हूं। लेकिन मेरा चयन नहीं किया गया। नए लोगों का चयन किया गया है। जबकि जनपद वाले अन्य आवेदक को यह कहकर टाल रहे है कि वहां पुराने प्रेरक को रखना नियम में है।
कृष्णगोपाल तंवर, गोलाखेड़ा
एक ही सूची बनाई गई है। जिन लोगों के सूची में नाम हाइलाइट हैं, उनका चयन हुआ है। जो पहले से प्रेरक हैं उन्हें प्राथमिकता दी गई है। जिन लोगों को आपत्ति है वे यहां आकर बताएं या कोई चूक हुई है तो उसकी जांच कराई जाएगी। फिलहाल सभी पंचायतों में एक-एक भर्ती ही की गई है।
रोशाली पोरस, जनपद सीइओ राजगढ़