ए वन गार्डन में आयोजित कार्यक्रम में जिले के हजारों लोग पहुंचे यहां संत के प्रवचन सुनाते हुए सभी ने इस काली पट्टी बांध रखी थी। यहां जिला प्रवक्ता सेवा दार ने बताया कि यह विरोध लम्बे समय से चल रहा है। जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा में आर्य समाज की एक पुस्तक को लेकर महाराज ने टिप्पणी की थी जिसके बाद उन्होंने आश्रम पर हमला कर दिया था इस हमले में एक व्यक्ति की जान चली गई थी।
मामला 2006 का था लेकिन उस समय कुछ नही हुआ। जबकि बाद में हरियाणा की भाजपाई सरकार ने 2014 में जब महाराज बीमार थे उस समय उन्हें गिरफ्तार करवा दिया। रविवार को गिरफ्तारी की बरसी थी ऐसे में न सिर्फ इस दिन को काले दिवस के रूप में मनाया बल्कि संकल्प लिया किया वह भाजपा सरकार को अब अपना मत नही देंगे।
समझाइश के बाद एक हो गए पति और पत्नी…
उधर रविवार को राजगढ़ में आयोजित परिवार परामर्श की बैठक में भी ऐसा ही मामला सामने आया जिसमें परामर्श केन्द्र के सदस्यों की समझाइश के बाद पिछले तीन माह से अलग-अलग रहे पति-पत्नी न सिर्फ एक साथ रहने को राजी हो गए। बल्कि उन्होंने आगे से एक-दूसरे की भावनाओं की पूरी कद्र करने की बात भी की। परिवार परामर्श केन्द्र की सदस्य रश्मि तिवारी ने बताया कि पचोर निवासी पति-पत्नी के बीच तीन माह पूर्व विवाद हुआ था, जिसके बाद वे दोनों अलग-अलग रह रहे थे।
रविवार को उनका प्रकरण परिवार परामर्श केन्द्र आया जहां सदस्यों की समझाइश पर दोनों ने मनमुटाव को मिटाकर एक दूसरे को माला पहनाकर साथ रहने की रजामंदी जताई। इस मौके पर केन्द्र के सदस्य एसपी अहरवाल, सतीश भटनागर, महमूदा खांन, शशि शर्मा आदि मोजूद थे।