आवेदिका मांगू बाई बांसखेड़ी के काला खेड़ा गांव की रहने वाली है। जिनकी मां अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखती है लेकिन उनका विवाह बांस खेड़ी के बालू सिंह गुर्जर के साथ हुआ था। जो पिछड़ा वर्ग में आते है। जबकि मांगूबाई का लिम्बोदा में रहने वाला परिवार अनुसूचित जनजाति का है। ऐसे में जब बांसखेड़ी में सरपंच के पद का आरक्षण अनुसूचित जनजाति का हुआ तो वहां अनुसूचित जनजाति के मतदाता नहीं मिल रहे थे यही कारण है की मांगू भाई के पिता बालू सिंह गुर्जर और उसके साथ ही सागर सिंह सोंधिया लिंबोदा गांव जोकि राजगढ़ के अंतर्गत आता है एसडीएम कार्यालय पहुंच कर जाति प्रमाण पत्र बनवाने के लिए लोक सेवा केंद्र में संपर्क किया लेकिन चुनाव के नामांकन भरने की अंतिम तारीख 6 जून है ऐसे में उन्होंने लोक सेवा केंद्र के कर्मचारी रामदयाल तवर से इस प्रमाण पत्र को जल्द बनवाने का तरीका पूछा जिसके बाद वह बालू सिंह को निलेश गुप्ता जोकि लोक सेवा केंद्र की ओर से एसडीएम कार्यालय में बैठते हैं उसके पास लेकर गए जहां नीलेश ने एसडीएम के फर्जी हस्ताक्षर करते हुए यह जाति प्रमाण पत्र जारी कर दिया हालांकि इस जाति प्रमाण पत्र में पटवारी और तहसीलदार की रिपोर्ट लगी हुई है यह रिपोर्ट कैसे तैयार की गई यह जांच का विषय है यही कारण है कि एसडीएम ने खुजनेर तहसीलदार शंभू सिंह मीणा और हल्का पटवारी सहित पंचायत सचिव को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
जूही गर्ग एसडीएम राजगढ़