कालीपीठ थानांतर्गत आने वाले देवली गांव के गजराजसिंह पर पुलिस ने छेडख़ानी का मामला दर्ज किया था। इस दौरान पुलिस ने दो दिन तक उसको पकड़कर थाने में रखा और जमकर मारपीट की थी। इस मामले में जो मेडिकल बनाया गया था, उसे गजराज के परिजनों ने चेलेंज करते हुए दोबारा से मेडिकल करवाने की अपील की थी। न्यायालय के आदेश पर यह मेडिकल दोबारा से कराया गया। जिसमें गजराज के शरीर पर कई चोट थी। ऐसे में गजराज ने इस कार्रवाई के विरोध में न्यायलय में सीधे अपील करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद न्यायालय ने यह आदेश जारी किया।
इनमें आज तक नहीं हुए मामले दर्ज
न्यायालय द्वारा पूर्व में तीन पंचायतों में हुए शौचालयों के घोटाले के मामले में तत्कालीन जिला पंचायत सीईओ और राजगढ़ जनपद के सीईओ पर प्रकरण दर्ज कराने के लिए आदेशित किया था, लेकिन अभी तक किसी भी सीईओ पर मामला दर्ज नहीं हो सका हैं। जबकि न्यायालय ने जांच में इन्हें भी आरोपी बनाते हुए जांच के आदेश दिए थे।
– सिमाला प्रसाद, पुलिस अधीक्षक राजगढ़
ठेकेदार को किया ब्लैक लिस्ट
राजगढ़। विभिन्न शासकीय निर्माण विभागों के कार्य की समीक्षा के लिए कलेक्टर ने बुधवार को बैठक ली। इसमें विभागों द्वारा किए जा रहे कार्य की प्रगति, वर्तमान स्थिति और निर्माण पूर्णता आदि की जानकारी ली गई। बैठक के दौरान कलेक्टर ने निर्माण एजेंसिंयों द्वारा स्वीकृत कामों में की जा रही देरी पर नाराजगी जताई और देरी के लिए जिम्मेदारी अधिकारी और ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए। जिपं.सीईओ प्रवीण सिंह, कार्यपालन यंत्री प्रधानमंत्री ग्राम सड़क, लोक निर्माण और ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, सहायक यंत्री, उपयंत्री सहित संबंधित निर्माण कार्यों के ठेकेदार मौजूद थे।
ठेकेदार और इंजीनियर पर कार्रवाई: कोर्ट भवन परिसर खिलचीपुर में बनने वाले सामुदायिक भवन का ठेका लेने के बाद काम से मना करने वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्टेड करने के निर्देश दिए। वही शांतिधाम निर्माण संबंधी जरुरी जानकारी नहीं देने पर ग्रामीण यांत्रिकी विभाग ब्यावरा के सहायक यंत्री को शोकॉज नोटिस जारी करने सहित इसी विभाग में खिलचीपुर में पदस्थ एक इंजीनियर को पूर्व की शिकायत और बैठक से अनुपस्थित रहने पर सीईओ ने बर्खास्त करने के आदेश ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री को दिए है।