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राजगढ़

तीन दिन से उपज तौल कराने का इंतजार कर रहा था किसान

तेज गर्मी के कारण हो गई मौत, दो घंटे तक नेशनल हाइवे पर लगा रहा जाम, दोनों ओर लगी वाहनों की लाइन

राजगढ़May 23, 2018 / 12:16 pm

Ram kailash napit

garmi

After the incident, the farmers protested against the highway.

नरसिंहगढ़. मंडी में फसल बेचने आए किसान को गर्मी बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसकी मौत हो गई। यह देख किसान भड़क गए और जयपुर-जबलपुर नेशनल हाइवे पर जाम लगाकर नारेबाजी शुरू कर दी।

जानकारी के अनुसार समर्थन मूल्य पर हो रही खरीदी में बोड़ा से ओमप्रकाश पिता राधेश्याम पाटीदार (३८) अपनी फसल बेचने के लिए नरसिंहगढ़ कृषि उपज मंडी पहुंचा था। जहां तीन दिन से वह अपनी फसल बिकने का इंतजार कर रहा था। मंगलवार को बढ़ी तेज गर्मी सहन नहीं करने से उसकी मौत हो गई। बाद में नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया और नारेबाजी शुरू कर दी। किसानों की जाम की सूचना लगते ही विधायक गिरीश भंडारी, पूर्व नपा अध्यक्ष मंजूलता शिवहरे और कांग्रेस नेता मदरूपसिंह बना भी पहुंच गए और किसानों के साथ उनका समर्थन करते हुए वे भी बैठ गए।
हालांकि एसडीएम श्रुति अग्रवाल लगातार मृतक किसान के परिजनों को समझाने का प्रयास करती रही और जाम पर बैठे किसानों को भी समझाया, लेकिन वे नहीं माने। देखते ही देखते बड़ी संख्या में पुलिसबल पहुंच गया और एडीएम भव्या मित्तल भी किसानों को समझाइस देने पहुंच गई। बमुश्किल करीब दो घंटे के बाद जाम खुला और मंडी में चल रही अव्यवस्था को सुधारने का आश्वासन अधिकारियों ने दिया।
ऑपरेटर को मारने भागे किसान
जिस समय जाम लगा था। मंडी में ऑपरेटर के रूप में काम कर रहे कमल यादव पर ५०० रुपए लेने के बाद पर्ची काटने के आरोप लगे। देखते ही देखते किसानों ने उसे मारने के लिए दौड़ लगा दी। ऐसे में वह मंडी से भाग खड़ा हुआ। जिसके बाद मंडी में भी अफरा-तफरी मच गई।
बोड़ा में जमी भीड़
मृतक ओमप्रकाश के पिता भाजपा से पूर्व में पार्षद रहे है और खुद ओमप्रकाश भाजपा का कार्यकर्ता था। वहीं यदि आर्थिक स्थिति की बात करें तो क्षेत्र के बड़े किसानों में इनका नाम आता है। जानकारी लगने के साथ ही ओमप्रकाश के घर बड़ी संख्या में लोग जमा हो गए और माहौल पूरा गमगीन था।

दिनभर पर्ची मिलने का करता रहा इंतजार
मृतक ओमप्रकाश के परिजनों की माने तो तीन दिन पहले उनकी पर्ची मिली थी। जिसके बाद अपनी फसल के तौल का इंतजार करते-करते तीसरा दिन आ गया। हालांकि मंगलवार की दोपहर में फसल का तोल हो गया था। ऐसे में तोल की पर्ची के लिए वह इंतजार कर रहा था। मंगलवार के तापमान की यदि बात करें तो ४५.०६ था। जो इस साल का सबसे ज्यादा तापमान रिकार्ड किया गया। प्राथमिक रिपोर्ट के अनुसार माना जा रहा है कि ओमप्रकाश की मौत गर्मी के कारण हुई है, लेकिन यह फाइनल पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट होगा।
यात्री वाहनों को अन्य रास्तों से निकाला
जयपुर-जबलपुर हाइवे पर लगाए गए जाम के बाद दोनों तरफ से आ रहे वाहनों की लंबे कतारे लग गई। यह हाइवे काफी व्यस्तम हाइवे में से एक है। ऐसे में कुछ ही समय में दो से तीन किमी तक वाहन खड़े हो गए। प्रशासन ने किसानों को उग्र देख और वाहनों को नरसिंहगढ़ से दूर रूकवा दिया। वहीं यात्री वाहन अन्य रास्तों से निकाले गए।
अव्यस्थाओं का लगाया आरोप
खरीदी की शुुरुआत से ही कुछ मंडियों में गड़बड़ी की हर दिन शिकायत आ रही है, लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई की यदि बात करंे तो सिर्फ एक सर्वेयर को हटाया गया। जबकि नरसिंहगढ़, खुजनेर और जीरापुर जैसी मंडी में हर दिन विवाद की स्थिति बनती है। यहां फसल तुलने से पहले किसानों के लगातार आरोप लग रहे है कि लेनदेन के बगैर फसल नहीं तुलती। सभी अधिकारी भी इन आरोपों से परिचित है। अपने निरीक्षण में कलेक्टर खुद इस बात को कहते आए है कि तौल कांटे बढ़ाए जाए, लेकिन जानबूझकर किसानों को परेशान करने के लिए कांटे नहीं बढ़ाए जा रहे।
हम मृत किसान के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते है। मंडी में किसान की मौत बेहद दुखद घटना है। वर्तमान भाजपा सरकार में किसानो की दुर्दशा हो रही है, लेकिन उनकी समस्याओं पर सरकार का कोई ध्यान नहीं है। किसान के परिवार को हरसंभव मदद का प्रयास कर रहे है।
गिरीश भंडारी, विधायक नरसिंहगढ़

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