भाजपा झुग्गी-झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक नरेंद्र पटेल के खिलाफ बोड़ा थाने में बलात्कार का मामला दर्ज किया गया है। एक महिला की शिकायत पर पुलिस ने एफआइआर की है। इस कार्रवाई का भाजपा ने विरोध किया है। भाजपा के नेताओं ने आरोप लगाया कि थानेदार ने यह कार्रवाई अपने स्वार्थ के लिए की है। मामले को लेकर गुरुवार को भाजपाइयों ने एसपी कार्यालय का घेराव किया। इस दौरान भाजपाइयों ने भाजपा कार्यकर्ता पर झूठा मुकदमा दर्ज कराए जाने की बात कहते हुए बोड़ा थाना प्रभारी संदीप मीणा पर सस्पेंड करने की कार्यवाही की मांग की। साथ ही झूठे प्रकरण को खत्म करने की बात रखी। एसपी ने उन्हें मामले की जांच किसी वरिष्ठ अधिकारी से कराने का आश्वासन दिया है।
भाजपा नेता नरेंद्र पटेल की मानें तो उनके खिलाफ थाना प्रभारी झूठा मुकदमा दर्ज करने के लिए पहले ही घूम रहा था। क्योंकि कड़िया में चलने वाले अवैध कारोबार को लेकर उनकी सांठगांठ थी। जैसा कि नरेंद्र ने पुलिस को बताया। इसके कुछ सबूत पुलिस के आला अधिकारियों को भी उन्होंने दिए थे। लेकिन थाना प्रभारी को वहां से नहीं हटाया गया। आरोप है कि शिकायत दोबारा ना हो इसके लिए उन्होंने नरेंद्र पटेल के खिलाफ ही धारा 376 के तहत प्रकरण दर्ज कर दिया। इसमें ना तो किसी प्रकार की जांच की और ना ही किसी को इस बात की जानकारी लगने दी।
वहीं भाजपा नेताओं ने मामले में जल्द ही निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होने पर धरना प्रदर्शन और आंदोलन की भी चेतावनी दी है। एसपी से शिकायत करते हुए भाजपा नेताओं ने बताया कि नरेंद्र पटेल के खिलाफ षड्यंत्रपूर्वक झूठा मुकदमा दायर किया गया है। जबकि इस प्रकार के मामले को लेकर नरेंद्र पटेल ने पहले ही कलेक्टर एसपी को अवगत करा दिया था। फिलहाल मामले में एसपी ने उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है। वहीं मामले की सीनियर अधिकारियों से जांच कराए जाने की बात कही है।
एसपी से मुलाकात करने वाले नेताओं में भाजपा के जिला अध्यक्ष ज्ञान सिंह गुर्जर, पूर्व विधायक मोहन शर्मा, पूर्व विधायक प्रताप मंडलोई, भाजपा जिला महामंत्री देवी सिंह सोंधिया, पूर्व जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, पूर्व जिला अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह चौहान, सांसद प्रतिनिधि राजेन्द्र व्यास, कैलाश राज सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता और कार्यकर्ता शामिल थे।