01.फोरलेन
भोपाल-राजगढ़ बाइपास पर दिक्कतें : बनने के पहले साल में ही गुना-ब्यावरा फोरलेन में दिक्कतें थीं। राजगढ़ चौराहे पर गटर में पानी भरा हुआ है, निकासी नहीं होने से नालियां ओव्हरफ्लो हैं। हर बार बारिश में यहां दिक्कत होती है। ऐसी ही परेशानी भोपाल चौराहे पर है, जहां सिंगल लेन के फ्लाईओव्हर पर आए दिन हादसे हो रहे हैं। बावजूद इसके इसमें कोई सुधार नहीं हो रहा।
02. डिवाइडर वाला रोड
फुटपॉथ बनीं न पैबर्स लगे, डिवाइडर भी अधूरे : डिवाइडर वालेे रोड को एजेंसी ने औपचारिक तौर पर बना तो दिया लेकिन न उसका फुटपॉथ बन पाया और न ही पैबर्स ब्लॉक लगे। नालियों का काम भी ढंग से नहीं होने से एक भी बार बारिश का पानी उनमें से होकर नहीं निकल पाया। डिवाइडर पर लगाई गई घटिया जाली के कारण भी रोड की दशा नहीं सुधर पाई।
03. अतिक्रमण
शहरभर में अतिक्रमण पर सालों से कार्रवाई नहीं : महज ओल्ड एबी रोड को चौड़ा करने के लिए की गई बड़ी कार्रवाई के बाद यह मुहिम थम सी गई। प्रदेश के मुखिया भू-माफिया, कब्जेधारियों पर शिकंजा कसने का दावा करते हैं, लेकिन शहर में पनप रहे अतिक्रमण पर किसी की नजर नहीं है। शहरभर में पनप रहे अतिक्रमण के कारण लंबे समय से कब्जे नहीं हट पाए हैं।
शहर विकास की रफ्तार बीते कुछ सालों में ऐसी थमी कि ब्यावरा लगातार पिछड़ता गया। पुराने कार्यों को छोड़ दिया जाए तो सत्ता परिवर्तन के बाद से कोई खास उम्मीद ब्यावरा को नजर नहीं आई। इसके बाद करीब छह माह से ब्यावरा में प्रशासनिक व्यवस्थाएं भी बेपटरी हो गई हैं। यहां प्रशासनिक स्तर पर काम होने की बजाए प्रशासनिक सर्जरी जारी है। छह माह से अधिकारियों के हेर-फेर किए जा रहे हैं, जिससे न वे खुद काम कर पा रहे हैं न ही जनता के काम का समाधान हो पा रहा। एसडीएम के बार-बार बदलने से ज्यादा दिकक्तें आई हैं।
हमारी प्राथमिकता में जनता के मुद्दे
प्रशासनिक फेरबदल सिस्टम का एक हिस्सा है, जहां तक बात विकास कार्यों और अन्य प्रशासनिक कार्यों की है उसे लेकर तमाम जनता से जुड़े मुद्दे हमारी प्राथमिकता में हैं। उन पर हम काम कर रहे हैं, सब मिलकर काम करेंगे।
-नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर, राजगढ़