रिपोर्टर – मेला तो लगा है लेकिन यूथ के लिए क्या देंगे आप, उन्हें रोजगार के तौर पर क्या करेंगे?
मंत्री : मुख्यमंत्रीजी ने साढ़े पांच लाख लोगों को रोजगार दिया है, यहां भी हर माह रोजगार मेला लगाया जाएगा, इस रूटीन क्रम से निश्चित ही लोग रोजगार से जुड़ेंगे।
रिपोर्टर- हर माह और साल में एक बार लगने वाले मेले कई बार लगे लेकिन युवा तो बेरोजगार ही घूम रहे, उनके लिए क्या किया सरकार ने?
मंत्री : विभिन्न रोजगार के अवसर उन्हें अपनी योग्यता अनुसार दिए गए हैं। आज का दौर इनवोवेशन का है, इसमें सरकार ने विभिन्न स्कीम दी है, युवा अपनी च्वॉइस के हिसाब से उनमें जुड़ सकता है। शासन ने सभी चीजो को लेकर सेक्टर की स्थापना की है।
रिपोर्टर- कोरोना से किस तरह लडऩे की तैयारी राज्य शासन ने की है?
मंत्री : देखिये कोरोना ओमीक्रॉन से काफी आगे बढ़ गई, कई म्यूटेशन उसने लिए हैं। ऐसे में इससे भागने का समय नहीं है, लडऩे की जरूरत है। वैक्सीनेशन कराएं, जो दायरे में आ रहे हैं वे बूस्टर डोज लगवाएं, मैंने भी लगवाया है।
मंत्री : स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस संबंध में व्यवस्था की है। आप इस संबंध में संबंधित सीएमएचओ, कलेक्टर से बात करें वे बताएंगे, मैं भी स्टेट में बात करता हूं।
रिपोर्टर- कोरोना काल में अभिभावक डरे हुए हैं, स्कूल-कॉलेज को लेकर क्या योजना है?
मंत्री : स्कूल-कॉलेज को लेकर वेट एंड वॉच की स्थिति है। हम गुणात्मक शिक्षा पर फोकस करते हैं लेकिन ओपन बुक परीक्षा बच्चों को कमजोर कर रही है, बिना परीक्षा के विद्यार्थी को पास करें यह हम भी नहीं चाहते। ऐसे में परिस्थिति को समझते हुए बीच का रास्ता निकालेंगे, हो सकता है हम परीक्षाएं टालें।