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राजगढ़

स्वस्थ्य होकर लौटे कोरोना पॉजिटव युवक को पिता और भाई ने घर से निकाला, कपड़े फेंके, बोले- तुम्हें कोरोना है बाहर निकलो

कोरोना संक्रमण काल में सामने आई अमानवीय तस्वीरबोले- किसी अफसर, शिवराजसिंह को बोल दे लेकिन नहीं आने देंगे, परेशानी लेकर एसडीएम के पास पहुंचा युवक

राजगढ़Jun 18, 2020 / 10:33 am

Rajesh Kumar Vishwakarma

स्वस्थ होकर लौटे कोरोना पॉजिटव युवक को पिता और भाई ने घर से निकाला, कपड़े फेंके, बोले- तुम्हें कोरोना है बाहर निकलो

स्वस्थ होकर लौटे कोरोना पॉजिटव युवक को पिता और भाई ने घर से निकाला, कपड़े फेंके, बोले- तुम्हें कोरोना है बाहर निकलो

ब्यावरा.शहर में लगातार बढ़ते करोना संक्रमण और कोरोना काल में समाज का एक अमानवीय चेहरा सामने आया है। लोगों मे कोरोना के प्रति इस कदर का भ्रम फैला हुआ है कि वे अपने परिजनों को ही नहीं स्वीकार पा रहे हैं।
दरअसल, दो दिन पहले स्वस्थ्य होकर लौटे इंदौर नाका पर वार्ड-12 में रहने वाले ३५ वर्षीय कोरोना पॉजिटिव आए युवक को उसके घर वाले ही नहीं आने दे रहे हैं। उसके पिता और भाई ने घर के गेट से ही उसे भगा दिया और कपड़े फेंक दिए। उसे कहा कि तूझे कोरोना है अब यहां मत आना। तीन दिन से युवक सड़क पर ही सो रहा है और पड़ोसी खाना खिला रहे हैं। दो-तीन दिन तक परेशान होकर युवक एसडीएम के समक्ष अपनी परेशानी लेकर पहुंचा है। उसने एसडीएम से कहा कि साहब, मैंने पूरा क्वारेंटीन पीरियड अस्पताल में बीताया। नियमानुसार शासन की गाइड लाइन का भी पालन किया, अब मेरे घर वाले ही मेरे साथ इस तरह का व्यवहार कर रहे हैं। बता दें कि उक्त युवक के परिवार से उसी की दो बहनें, दो भांजियां कोरोना पॉजिटिव आ चुकी हैं। वहीं, बुधवार सुबह एक तीन साल का बच्चा भी इनके यहां से ही पॉजिटिव आया है।

किसी साहब, भले ही शिवराज को बुला ले नहीं आने देंगे
युवक ने बताया कि मेरा भाई बोलता है कि जा किसी साहब से बोल दे, भले ही मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से बोल दे लेकिन घर नहीं आने देंगे। जब से मैं आया हूं तब से बाहर सड़क पर सो रहा हूं और पड़ोस वाले खाना खिला रहे हैं। अब मैं क्या करूं? क्या कोरोना हो जाना मेरा अपराध है? शासन और स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि मैं स्वस्थ्य हो गया हूं और मुझे कोरोना का खतरा नहीं है लेकिन अब मेरे घर वाले ही मुझे नहीं स्वीकार रहे हैं।
परिजनों की काउंसलिंग करवा रहे
युवक हमारे पास परेशानी लेकर आया था, हम उनके माता-पिता, भाई की काउंसलिंग करवा रहे हैं। एक बात लोगों को भी समझना होगी, कोरोना यदि हुआ है तो वह उसका अपराध नहीं है, उससे इतना दुव्र्यवहार करने की जरूरत नहीं है। हम जांच कर रहे हैं।
-संदीप अष्ठाना, एसडीएम, ब्यावरा
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