राजगढ़ के स्टेडियम में भी यह सम्मेलन बुलाया गया, लेकिन भीड़ जुटाने के लिए कई किसानों को पंचायत सचिवों या रोजगार सहायकों के साथ ही सरपंचों द्वारा यह बताया गया कि कार्यक्रम में मुख्यमंत्री या मंत्री आ रहे है। उन्हें अपनी समस्या बताना। वहीं पर हल होगी। करीब १२ बजे से शुरू हुए इस आयोजन को लेकर राजगढ़, खिलचीपुर और ब्यावरा के किसान आयोजन में शामिल हुए थे।
जब उनसे आयोजन के संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि हमें मुख्यमंत्री के आने की सूचना दी गई थी और बताया था कि उन्हीं के सामने आवास, राशन और पेंशन आदि की समस्या बताना। इसी को लेकर यहां आए थे, लेकिन जब यहां पहुंचे तो विधायक साहब तो मिले, लेकिन मुख्यमंत्री या मंत्री नजर नहीं आए। आयोजन के दौरान सांसद रोडमल नागर, जिला पंचायत अध्यक्ष गायत्री गुर्जर, विधायक अमरसिंह यादव, नारायण सिंह पंवार, हजारीलाल दांगी आदि ने किसानों से जुड़ी शासन की कई योजनाओं को जनता के बीच सांझा किया और बताया कि गेहूं बेचकर किसान भूल गए थे, लेकिन भाजपा सरकार ने समृद्धि योजना के माध्यम से एक क्ंिवटल पर २०० रुपए और बढ़ाकर सीधे खातों में डाल रही है।
शाजापुर में आयोजित मुख्यमंत्री के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दिखाया गया। जहां मुख्यमंत्री ने मंच से घोषणा की कि नर्मदा को शिप्रा के बाद कालीसिंध से जोड़ा जाएगा। इससे ढाई लाख हैक्टेयर भूमि में सिंचाई होगी। एक माह बाद मैं फिर आऊंगा और इस योजना का शिलान्यास करके जाऊंगा। इस प्रोजेक्ट में तीन हजार ४९० करोड़ रुपए खर्च होंगे। जिस राजगढ़ से दस साल तक मुख्यमंत्री रहे वहां गांव हो या शहर लोग पानी की बूंद-बूंद को तरसते रहे, लेकिन हमने मोहनपुरा और कुंडालिया जैसी बड़ी सिंचाई परियोजनाएं दी है। वहीं अब नर्मदा से कालीसिंध को मिलाकर राजगढ़ को और बड़ी सौगात देंगे। राजगढ़ ही नहीं इस योजना से मालवा क्षेत्र के शाजापुर, देवास, उज्जैन, आगर जिले को भी लाभ मिलेगा।
भोजन को लेकर किसानों में दिखा गुस्सा
आयोजन में शामिल होने पहुंचे ग्रामीणों ने बताया कि सुबह सात बजे से घर से निकले है। पंडाल में एक-एक पानी का पाउच दिया गया। लेकिन भोजन आदि की व्यवस्था नहीं की गई। हां हमें लेने के लिए बस जरूर भेजी गई थी। महिलाओं ने बताया कि हम कई बार अपनी समस्या लेकर ऐसे कार्यक्रमों व जनसुनवाई में जा चुके है, लेकिन आवास या पेंशन नहीं मिल रही।
झलकियां
कार्यक्रम के बीच में गुल हुई बिजली।
मुख्यमंत्री का शाजपुर से सीधा प्रसारण दिखाया गया।
विधायक हजारीलाल दांगी मुख्यमंत्री के भाषण से ठीक पहले पहुंचे।
टारगेट की तुलना में किसानों की संख्या काफी कम थी।
फैक्ट फाइल
समृद्धि योजना के तहत कितने किसानों को मिलेगा लाभ
वर्ष २०१७-१८ में पंजीकृत किसान २३१०३
केन्द्रों पर उपज बेचने वाले किसान १८०५३
किसानों से खरीदी गई कुल उपज १२,५३,८३८.४६ क्विंटल
किसानों को मिलने वाला बोनस २०० रुपए प्रतिक्विंटल
बोनस की कुल राशि २५,०७,६७६९२