सौदा का पता चला तो भाग निकली थी युवती
युवती शीलाबाई पति जगदीश सेन (१९) निवासी बंजारी ने बताया कि मेरे पिता रामचरण सेन और चाचा प्रकाश सेन ने मुझे कुछ साल पहले दो लाख रुपए में लसूल्डी गांव में बेच दिया था। जब मुझे इसका पता चला तो मैंने विरोध किया, इस पर पिता और चाचा ने मेरे साथ मारपीट की। मैंने वहां से भागकर विधिवत शादी जगदीश के साथ की। इससे पहले मेरे पिता लसूल्डी में मेरा सौदा कर चुके थे और 50 हजार रुपए ले भी चुके थे। शादी के बाद भी पिता और चाचा मुझे बेचने का दबाव बनाते रहे। अब वे हमें लगातार धमका रहे हैं, मेरे पति को जान से मारने की धमकी देते हैं और मुझे भी। शिकायत के बावजूद पुलिस ने उन पर कोई कार्रवाई नहीं की।
पहले भी आ चुके हैं मामले
झगड़ा और नातरा प्रथा की आड़ में रुपए लेकर खरीद-फरोख्त करना जिले में आम है। यहां सरेआम मानव तस्करी के अनेक मामले पहले भी सामने आ चुके हैं, जिनमें से कुछ में पुलिस ने रुचि दिखाई और कुछ की फाइलें अभी भी दबी हुई हैं।
सुरक्षा मांगी तो पुलिस ने बनाया झूठा मुकदमा
युवती के पिता और चाचा की धमकियों से डरे जगदीश ने पुलिस से सुरक्षा मांगी तो पुलिस ने उसे ही फंसा दिया। ब्यावरा थाने में गुरुवार को जगदीश (२८) निवासी बंजारी के खिलाफ आम्र्स एक्ट का प्रकरण बना दिया गया। उसके पास एक छुरा होना बताया गया। जबकि न जगदीश के पास कोई छुरा नहीं मिला। उस समय वह किसी के यहां मजदूरी कर रहा था। जगदीश ने बातया कि पुलिस ने मुझे पहले फोन कर सामान्य तौर पर बुलाया और फिर मारपीट कर थाने पर ही बैठा दिया और कोर्ट में पेश कर दिया। एएसआई रघुवीरसिंह भिलाला ने बुलाया और झूठा मुकदमा कायम कर दिया, मेरे साथ मारपीट भी की।
एसपी से शिकायत की तो विफरी ब्यावरा पुलिस
जगदीश ने बताया कि मेेरी पत्नी शीलाबाई (१९) निवासी बंजारी के साथउसका ही चाचा प्रकाश सेन मारपीट कर रहा था। आए दिन धमकियां दे रहा था, मुझे भी उन लोगों ने धमकाया था। मैं अपनी पत्नी औरखुद की सुरक्षा के लिएएक आवेदन देने 18 जून को ब्यावरा थाने पहुंचा। यहां मैंने पुलिस से सुरक्षा मांगी और शिकायती आवेदन दिया, जिस पर कोईअमल पुलिस ने नहीं किया। इसके बाद मैंने एसपी से मामले की शिकायत की। एसपी से शिकायत की तो पुलिस ने मारपीट कर आम्र्स एक्ट का झूठा प्रकरण बना दिया। अभी भी लड़की के चाचा और पिता हम दोनों को धमका रहे हैं।
मामला तो दर्ज हुआ है
मामला पहले से शिकायत में था, टीम जांच में लगी थी। उस पर आम्र्स एक्ट का मुकदमा बना है। सही या झूठ इस बारे में मैं संबंधित पुलिसकर्मी से पूछता हूं।
एसएस नागर, थाना प्रभारी, ब्यावरा