महीनेभर चला इबादत और दुवाओं का दौर
साल में एक बार आने वाले पवित्र रमजान माह में महीनेभर इबादत और दुवाओं का दौर चला। समाज के संरक्षक हाजी खालिद हुसैन ने बताया कि शुक्रवार को चांद दिखाई देने के बाद सुठालिया रोड स्थित ईदगाह पर सुबह ईद की विशेष नमाज अदा की जाएगी। रमजान में 30 दिन मुस्लिम समाज के लोग रोजा रखते हैं, इबादत करते हैं। रोजाना नमाज अदा की जाती है और रात में तराबी पढ़ी जाती है। इस समाज के लोग अपने-अपने जकात (दान) करते हैं। ईस्लाम में माना गया है कि जिस व्यक्ति के पास जितनी भी दौलत है उसका ढाई फीसदी दान करने से अमन, शांति कायम होती है।
16 घंटे 10 मिनट का रहा सबसे बड़ा रोजा
समाज के लोगों ने महीनेभर भरी गर्मी में 46 डिग्री तापमान में भी रोजा रखा। बिना पानी पिए और बिना खाना खाए खुदा की इबादत में समय निकाला। इस बार का सबसे बड़ा रोजा 16 घंटे १0 मिनट का रहा। सुबह चार से शाम ७.१५ बजे तक का रोजा समाजजनों ने रखा। इस विशेष पवित्र माह में दुआ करने से न सिर्फ अमन, शांति मिलती है बल्कि आत्मा को भी सुकुन मिलता है। देश में अमन-चैन का संदेश देते हुए महीनेबर रोजा इफ्तारी के आयोजन भी हुए, जिसमें सभी समाज के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।