राजगढ़। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत राजगढ़ विधायक बापू सिंह तंवर अस्पताल में नवजात बेटियों को खिलौने और उनकी माताओं को साडि़य़ों के वितरण के साथ ही उनका सम्मान करने के लिए अस्पताल पहुंचे।
इस दौरान सीएमएचओ केके श्रीवास्तव और महिला बाल विकास अधिकारी चंद्रसेना भ्डि़े सहित महिला सशक्तिकरण अधिकारी रामबाबू खरे भी मौजूद थे। यहां उन्होंने अस्पताल में भर्ती १7 प्रसूताओं का सम्मान किया, जिन्हें बेटियां पैदा हुई थी।
पहुंच कर उन्होंने अस्पताल में भर्ती बेटियों से चर्चा की और अस्पताल की सुविधाओं के बारे में भी बात की इस समय विधायक इस कार्यक्रम को पूरा करके रवाना होने वाले थे। उसी समय कुछ मरीजों और परिजनों ने उन्हें घेर लिया और बताया कि इस अस्पताल में डॉक्टरों के नाम पर सिर्फ चेंबर में प्लेट लगी हुई है।
कोई डॉक्टर ओपीडी में बैठना पसंद नहीं करता। इतना ही नहीं ट्रामा सेंटर में संचालित हो रहे प्रसूति वार्ड में भी अच्छी खासी महिलाओं को गंभीर बताकर प्रसव के लिए भोपाल रेफर किया जा रहा है। यहां एक मरीज ने बताया कि उनके परिजन को रात में गंभीर बताकर रेफ र किया गया था, जबकि पास ही एक निजी अस्पताल में नॉर्मल डिलीवरी हो गई। इसमें उनका 12 हजार का खर्च हुआ है।
यह सुन विधायक झल्ला गए और बोले के अस्पताल में आखिर यह हो क्या रहा है। मैं लगातार व्यवस्थाओं के सुधार के लिए हर बार भेपाल जाते समय कभी भी ऐसा नहीं होता के प्रमुख सचिव से मिलकर डॉक्टरों के साथ ही अस्पताल में अन्य सुविधाओं को लेकर चर्चा न करूं। लेकिन यहां पर डॉक्टर काम करना ही नहीं चाहते।
पर ऐसा नहीं चलेगा जिसे काम करना ह,ै वही इस अस्पताल में रह पाएंगे। उन्होंने कहा मैं नहीं चाहता किसी पर भी कार्रवाई हो, लेकिन डॉक्टर अपने व्यवहार में सुधार लाएं और मरीजों के दुख को समझे और जो समय उनकी ड्यूटी का है कम से कम उस समय मरीजों का बेहतर उपचार करें।
सीएमएचओ ने बुलाई बैठक मरीजों की समस्याओं को सुनते हुए जब विधायक भड़के तो सीएममचओ केके श्रीवास्तव ने तुरंत प्रभारी सिविल सर्जन आरएस परिहार से सभी डॉक्टरों की आपातकालीन बैठक बुलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा की सभी डॉक्टर समय पर ओपीडी में बैठे और मरीजों को बेहतर इलाज दें, नहीं तो कार्रवाई करने में देर नहीं लगाऊंगा, क्योंकि हर बार चिकित्सकों की कमी को बताते हुए उपचार में होने वाली लापरवाही को छुपाया नहीं जा सकता। लेकिन कार्रवाई कोई विकल्प नहीं है। इसलिए ऐसा मौका न आने दे और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मरीजों को दें।
पुराने काम तो करवाओ, कौन नही सुनता मैं किसलिए हूँ यहां अस्पताल में अन्य सुविधाओं को लेकर बात करने के साथ ही विधायक ने कहा कि ट्रामा सेंटर के पीछे खासा पानी जमा होता है। इसको लेकर मैं बार-बार प्रबंधन को कहते आ रहा हूं। लेकिन सुधार नहीं हो रहा फि र नए कामों की बात करते हो। पहले पुराने काम तो करवाओ और पानी की व्यवस्था तक नहीं करा पा रहे हो।
आखिर कब तक ऐसा चलता रहेगा। जिस पर अस्पताल के लिपिक ने कहा कि नगरपालिका मैं पाइप लाइन को लेकर पैसे जमा कर दिया है, लेकिन वे पाइपलाइन नहीं डाल रहे। ऐसे में विधायक ने कहा कि कौन नहीं सुनता यहां कलेक्टर किस लिए हैं और मैं किस लिए हूं। जो नहीं सूनता उनके नाम बताओ। कैसे काम नहीं करते, मैं सब करवाना जानता हू।ं लेकिन बढ़ती गंदगी को अस्पताल न होने दें।
बेटी बचाओ पढ़ाओ अभियान के तहत हम बच्चों को खिलौने वितरित करने के लिए आए थे। लेकिन यहां मरीजों ने कुछ समस्याएं बताए।ं उसको लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए हैं, मैं काम करने वाला विधायक हूं। घर बैठने वाला नहीं हूं इसलिए मैंने आखरी बार समझा दिया है मैं नहीं चाहता कि किसी पर कोई कार्रवाई हो लेकिन यह जिम्मेदारों को भी समझना चाहिए। अस्पताल में सुविधाएं कैसे बड़े यदि फि र भी नहीं समझते तो मजबूरन कार्रवाई ही विकल्प बचता है। – बापू सिंह तंवर, विधायक राजगढ़
विधायक महोदय द्वारा जिस प्रकार के निर्देश दिए गए हैं। उसको लेकर डॉक्टरों की एक आवश्यक बैठक बुलाई गई है। उसमें सभी को समझाइश दी जाएगी। हालांकि स्टाफ कम है, तो उसको लेकर भी विधायक लगातार प्रयास कर रहे हैं। यदि है पूर्ति हो जाती है तो ऐसी समस्याएं नहीं आएगी। – केके श्रीवास्तव, सीएमएचओ राजगढ़
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