लंबी मेहनत के बाद यहां तक पहुंची लड़कियों को जब यह पता लगा कि अब उन्हें पुलिस भर्ती प्रक्रिया से बाहर कर दिया है तो वे अपने आंसू नहीं रोक सकी और फूट-फूटकर रोने लगी। एक लड़की को चुप करने में करीब १५ मिनट का समय लगा और इसके लिए कुछ समय के लिए जिला अस्पताल में चल रहे मेडिकल परीक्षण भी रोका गया।
दोबारा से उसकी हाइट नापी। वह १५८ सेमी के स्थान पर १५७ सेमी ही रही गई। जबकि दूसरी लड़की १५७.५ तक पहुंच गई, लेकिन उसे भी नहीं रखा। जिन्हें बाहर किया जा रहा था। उनमें से हर एक की आंखों में आंसू और उन्हें देखकर अपने मेडिकल परीक्षण का इंतजार कर रही अन्य आवेदिकाएं भी संशय में दिख रही थी।
सीएम साहब तो बोल रहे दो इंच कम हो तब भी रखें जिन्हें भर्ती प्रक्रिया से निकाला गया उन्होंने अधिकारियों को बताया कि मुख्यमंत्री जी हमारे मामा कई जगह पुलिस भर्ती प्रक्रिया में दो इंच कम होने पर भी रखने की बात कह रहे है, लेकिन आप लोग उनके आदेश क्यों नहीं मान रहे। परीक्षण कर रहे चिकित्सकों ने स्पष्ट कहा कि जब तक हमारे पास कोई आदेश नहीं होगा तब तक हम किसी को ऐसे पास नहीं कर सकते।
यह बात सही है कि जिन्हें निकाला गया। वे रो रही थी। उन्हें हम लोगों ने भी खासा मनाया। जो निर्देश है उसी आधार पर मेडिकल किया जा रहा है। हम नहीं चाहते किसी का भविष्य बिगाडऩा, लेकिन हम नियमों से बंधे है।
आरजी कौशल, सिविल सर्जन राजगढ़
नियमानुसार १५८ इंच न्यूनतम हाइट महिला वर्ग में रखी गई है। उसी आधार पर मेडिकल हो रहा होगा।
केएल मीणा, आरआई राजगढ