18 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण बाकी देवास-शिवपुरी फोरलेन के ब्यावरा से देवास वाले हिस्से के काम की रफ्तार काफी धीमी है। जगह-जगह आधे-अधूरे काम होने के कारण वाहन चालकों के लिएपरेशानी भरा सफर बना हुआ है। इसमें सबसे बड़ी बाधा प्रशासन की ओर से हो रही लेटलतीफी बन रही है। अभी भी पूरे मार्गपर करीब 18 हैक्टेयर जमीन ऐसी है जिसका भूमि-अधिग्रहण होना शेष है। भूमि-अधिग्रहण सहित अन्य तमाम विवादित जमीनें भी बाधा बन रही हैं।
कई मकान व धार्मिक स्थान हटना बाकी पचोर, सारगंपुर सहित अन्य मार्गमें पडऩे वाले शहरों, कस्बों में करीब डेढ़ सौ से अधिक मकान, धार्मिक स्थल इत्यादि हटना बाकी है। पचोर में किसी खास अधिकारी के रिश्तेदार ने मुख्य मार्गपर बना अतिक्रमण वाला मकान तोडऩा रुकवा दिया।उसके फेर में आस-पास के सात-आठ अन्य निर्माणभी प्रशासन नहीं तोड़ पा रहा। ऐसे ही हालात अन्य जगह भी बने हुएहैं, जिसमें राजनीतिक हस्तक्षेप या अधिकारिक हस्तक्षेप हो जाने से फोरलेन का काम अटक सा गया है।
मार्च-2019 में पूरा करने का लक्ष्य फोरलेन के निर्माण की रफ्तार काम के हिसाब से काफी धीमी है। जगह-जगह अधूरा पड़ा मार्गकाम में रोड़ा बन रहा है वहीं, वाहन चालकों के लिए बाधा बन रहा है। बारिश के कारण भी काम गति नहीं पकड़ पा रहा है। रफ्तार भले ही धीमी हो लेकिन एनएचएआई ने मार्च-2019 तक हर हाल में काम पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसमें तमाम टुकड़े-टुकड़े में बन रहे रोड को भी दुरुस्त करना है और भूमि-अधिग्रहण, अतिक्रमण सहित अन्य मुद्दों को भी निपटाना है।