इधर, सिविल अस्पताल ब्यावरा (civil hospital) में पदस्थ बाबू (सहायक ग्रेड-3) अनवर खान की रिपोर्ट भी बीते दिनों पॉजिटिव आई। कुछ दिन उन्हें होम क्वारेंटीन में रखा गया, इसके बाद बुखार ठीक नहीं होने पर एक दिन पहले ही उन्हें जिला अस्पताल के कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया गया है। जहां उनका ऑक्सीजन लेवल बेहतर है, बुखार नहीं उतर पा रहा। अनवर खान जिले के एक मात्र बाबू हैं जिन्होंने पूरे कोरोना काल में कोविड का काम किया। आंकड़ों की मॉनीटरिंग से साथ ही कोविड टीम के साथ कंधे से कंधा मिलाकर उन्होंने काम किया। काम करते-करते ही है वे कोरोना की चपेट में आ गए। बतौर कोरोना वॉरियर्स (कर्मवीर) corona karmveer के काम करते फिलहाल वे कोरोना से ही जंग लड़ रहे हैं। ब्यावरा अस्पताल के ही अन्य स्वास्थकर्मी और उनके माता-पिता की रिपोर्ट भी पॉजिटव आई है, जिनका भोपाल में उपचार चल रहा है।
पोस्ट कोविड इफैक्ट सामने आ रहे
45 वार्ड बॉय कोरोना पॉजिटिव आए थे, इसके बाद उनमें पोस्ट कोविड इफैक्ट सामने आए। जिससे उन्हें पैरालिसिस हुआ। बुधवार दोपहर उनकी मौत हो गई। ब्यावरा अस्पताल के बाबू अनवर खान भी पॉजिटिव हैं, वे पूरे समय कोरोना के लिए करते रहे हैं, फिलहाल उपचाररत हैं।
-डॉ. महेंद्रपाल सिंह, जिला महामारी नियंत्रक, राजगढ़