बारिश खेत हुआ लबालब ब्यावरा. रात में हुई हल्की-फुल्की बारिश के बाद सुबह से ही शुरू हुई बारिश से आस-पास के खेत लबालब हो गए। लगातार बारिश से शहर तरबतर हो गया, नदी में नया पानी आ गया। वहीं, शहर से लगे पास के ही एक नाले के उफान पर आ जाने से सात गांवों का रास्ता बंद हो गया।
दरअसल, ब्यावरा से लगे सिलपटी के पुल पर अचनाक पानी आ जाने से मार्ग पूरी तरह से बंद कर दिया गया। इससे ब्यावरा से लगे खांकराखंदी, बागौरी, सिलपटी, बाजपुरा, भगवतीपुर, हिंगौना, बोरदा सहित अन्य गांवों का संपर्क टूट गया। लगातार बारिश के दौरान नाला उफान पर रहा, देर शाम बारिश थमने के बाद उसका पानी कम हुआ, तब जाकर ट्रैफिक सुचारू हो पाया। नाले के आस-पास ही कई वाहन चालक और जंगल में जाने वाले मवेशी फंसे रहे, जिन्हें बाद में निकाला गया। बारिश से क्षेत्र में जल स्तर बढ़ा है, साथ ही कुरावर, करनवास, माचलपुर सहित जिले के अन्य शहरों, कस्बों, नगरों में भी लगातार बारिश हुई। लगातार बारिश से शहर की कई निचली बस्तियों में पानी भर गया, जिससे रहवासियों को घर से पानी बाहर निकालते हुए नजर आए तो कई सड़क पर बनी दुकानों में भी पानी भरा दिखाई दिया।
बारिश थमनेे के बाद उफान पर आई अजनार, अस्पताल रोड बंद लगातार बारिश के कारण जहां शहर तरबतर हो गया वहीं नीचली बस्तियों में पानी घुस गया। गुरुवार शाम बारिश थमने के बाद अचानक अजनार नदी उफान पर आ गई। जानकारी के अनुसार आंदलहेड़ा के आस-पास हुई तेज बारिश के कारण अचानक अजनार का जलस्तर पर बढ़ गया। देखते ही देखते पानी पुल से ऊपर बहने लगा, इससे अजनार के अस्पताल रोड वाले पुल पर पानी आ गया और मार्गबंद करना पड़ा। दोनों ओर वाहन चालक थमे रहे, अस्पताल की ओर से राजगढ़ चौराहा होते हुए लोग शहर पहुंचे वहीं, शहर से भी लोगों ने बाइपास का ही सहारा लिया। बता दें कि सीजन में पहली बार अजनार नदी उफान पर आई है, जिससे सालभर से नदी में जमा कचरा बह निकला।
गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना 16 से 18 जुलाई तक प्रदेश में लगभग सभी जगह गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है। अगले चौबीस घंटे में दक्षिण-पश्चिम मप्र (इंदौर, उज्जैन, भोपाल के साथ होशंगाबाद, जबलपुर) के सभी जिलों में बारी मानसूनी बारिश की संभावना है।
एसके नायक, मौसम वैज्ञानिक, भोपाल