पुलिस को बताकर हमें उलझा दिया जिसमें लिखा है निवानिया गांव के सभी गांव वालों को हमने आठ दिन पहले ही सूचना देकर हमारे आदमियों को छुड़वाने बोला था लेकिन तुम लोगों (गांव वालों) ने पुलिस को बताकर हमें उलझा दिया है। तुम लोगों को हमारे बारे में पता नहीं है। अब भी अगर दो दिन में हमारे लोगों को नहीं छुड़वाया तो जो भी जान-माल का नुकसान होगा उसके जवाबदारी तुम्हारी होगी। जल्द ही जवाब देना। बता दें कि पहले दिए पत्र में जो मोबाइल नंबर लिखे थे, वही नंबर इसमें भी लिखे हैं। साथ ही एक नये मोबाइल नंबर और लिखे हैं, जिसे पुलिस को सौंपा गया है। पुलिस पूरे मामले को समझ नहीं पा रही है। न ही कोई सफलता फिलहाल पुलिस को मिल पाई है, जिससे चोरों के हौसले बढ़ रहे हैं।
20 दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली
8 मई की रात में चोरी करने आए पांच में से दो चोरों को ग्रामीणों ने पकड़ लिया था। बाकि तीन चोर भाग निकले थे। पुलिस के अनुसार फरार तीनों चोर अन्य मामलों में भी फरारी कांट रहे हैं। जेल में बंद दो चोरों को छड़वाने उनके साथी ग्रामीणों को धमका रहे हैं। उल्लेखनीय है कि कि लगातार ऐसी घटनाओं से ग्रामीणों में डर का माहौल है, वे दहशत में है लेकिन पुलिस 20 दिन बाद भी मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर पाई है। पूरी तरह से पुलिस के हाथ खाली है। घटना के बाद दो बार गांव में चोरी और नुकसान के फिराक में घुसे चोरों को ग्रामीणों ने कामयाब नहीं होने दिया। इससे तिलमिलाए चोरों के साथियों ने दो बार धमकी भरा पत्र लिखा है। ऐसे में ग्रामीणों में भय है। पूरी रात जागकर ग्रामीण पहरा देने को मजबूर हैं लेकिन पुलिस एक दिन भी गांव में रात के समय गश्त देने नहीं पहुंची। बता दें कि पहले दिए पत्र में जो मोबाइल नंबर लिखे थे, वही नंबर इसमें भी लिखे हैं। साथ ही एक नये मोबाइल नंबर और लिखे हैं, जिसे पुलिस को सौंपा गया है। पुलिस पूरे मामले को समझ नहीं पा रही है। न ही कोई सफलता फिलहाल पुलिस को मिल पाई है, जिससे चोरों के हौसले बढ़ रहे हैं।
सीडीआर और डिटेल निकलवा रहे हैं जो नंबर पहले लिखा गया था वह अपराधी जैसा नहीं है, कोई जानबूझकर ऐसी हरकतें कर रहा है। हम सीडीआर सहित अन्य डेटा निकलवा रहे हैं। जिसके आधार पर जल्द ये बदमाश पुलिस गिरफ्त में होंगे।
-वीरेंद्रसिंह धाकड़, टीआई, ब्यावरा